UPSC अभ्यर्थियों के मानसिक तनाव को कम करने की पहल, आयोग ने उठाए अहम कदम
देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में शुमार UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) न केवल कठिनाई बल्कि भावनात्मक तनाव के लिए भी जानी जाती है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन सीमित सीटों के चलते अधिकांश को असफलता का सामना करना पड़ता है। इससे छात्रों में तनाव, असमंजस और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ती हैं।
UPSC चेयरमैन डॉ. अजय कुमार ने साझा की चिंता
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के चेयरमैन डॉ. अजय कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में माना कि इस परीक्षा की कठिन प्रकृति अभ्यर्थियों पर मानसिक दवाब बढ़ाती है। उन्होंने कहा:
“हम यह भलीभांति समझते हैं कि उम्मीदवारों पर भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक दबाव कितना अधिक होता है। परीक्षा की गुणवत्ता बनाए रखना जरूरी है, लेकिन हम इसे अधिक सहज, पारदर्शी और अनुमानित प्रक्रिया बनाने का प्रयास भी कर रहे हैं।”
‘प्रतिभा सेतु’ से रोजगार के नए अवसर
UPSC ने छात्रों को तनाव से बाहर निकालने और वैकल्पिक अवसर प्रदान करने के लिए ‘प्रतिभा सेतु’ (Talent Bridge) जैसी पहल की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य उन उम्मीदवारों को भी करियर विकल्पों से जोड़ना है जो अंतिम चयन सूची तक नहीं पहुंच पाते, लेकिन उनकी योग्यता उच्च स्तर की होती है।
समय पर परीक्षा कैलेंडर से राहत
आयोग ने अब पहले से परीक्षा तिथियों की घोषणा करने का निर्णय लिया है। इससे छात्रों को बेहतर योजना और रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही तैयारी के लिए स्पष्ट दिशा तय की जा सकेगी, जिससे अनिश्चितता और तनाव में कमी आएगी।
कॉल सेंटर और बहुभाषीय सहायता सेवा
UPSC ने अभ्यर्थियों की संचार समस्याओं को दूर करने के लिए एक 24×7 कॉल सेंटर भी शुरू किया है। खास बात यह है कि अब यह कॉल सेंटर कई भारतीय भाषाओं में सेवा प्रदान करता है, जिससे गैर-अंग्रेजी भाषी उम्मीदवारों को सहायता लेना आसान हो गया है। यह कदम खासतौर पर ग्रामीण और क्षेत्रीय पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।
निष्कर्ष
UPSC ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह केवल एक कठिन परीक्षा कराने वाली संस्था नहीं है, बल्कि अभ्यर्थियों की मानसिक और भावनात्मक भलाई को भी महत्व देती है। प्रतिभा सेतु, कॉल सेंटर, बहुभाषीय समर्थन और परीक्षा तिथियों की पूर्व घोषणा जैसे कदम यह दर्शाते हैं कि आयोग न केवल गुणवत्ता बल्कि संवेदनशीलता के साथ भी काम कर रहा है।