तमिलनाडु: CM एम.के. स्टालिन ने SIR के खिलाफ 2 नवंबर को बुलाई सर्वदलीय बैठक, भाजपा पर लगाया वोट चोरी का आरोप
चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के विरोध में 2 नवंबर को एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का ऐलान किया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इसमें शामिल होने की अपील की है।
तेनकासी जिले के सीवनल्लूर पंचायत में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि “हम भाजपा की वोटों में हेराफेरी की साजिश को नाकाम कर देंगे।”
🔹 भाजपा पर लगाया वोट हेराफेरी का आरोप
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि भाजपा चुनाव आयोग (ECI) के माध्यम से तमिलनाडु के लोगों का वोट देने का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा,
“बिहार में एसआईआर के दौरान भाजपा ने अपनी हार तय देखकर खुद ही मतदाताओं को हटा दिया था। अब वही फॉर्मूला तमिलनाडु में लाने की कोशिश हो रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि केरल भी इस मुद्दे पर तमिलनाडु के साथ खड़ा है, और 2 नवंबर को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में इस “वोट हड़पने की योजना” का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जाएगा।
स्टालिन ने कहा कि —
“लोकतंत्र की नींव वोट का अधिकार है, और हम इसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।”
🔹 तेनकासी में ‘कलाईनार ड्रीम हाउस’ परियोजना का उद्घाटन
मुख्यमंत्री स्टालिन बुधवार को तेनकासी दौरे पर थे, जहां उन्होंने ‘कलाईनार ड्रीम हाउस’ परियोजना के तहत बने आवासों का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने एक सरकारी समारोह में भी भाग लिया।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता और AIADMK महासचिव ई. पलानीस्वामी (EPS) पर तीखा हमला बोला। स्टालिन ने कहा कि,
“पलानीस्वामी बिना इतिहास जाने ही बोल रहे हैं। उनसे झूठ और विश्वासघात के अलावा कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती, यही उनका इतिहास है।”
🔹 ‘द्रविड़ मॉडल’ सरकार पर स्टालिन का जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि DMK सरकार “सबको सब कुछ” मुहैया कराने के सिद्धांत पर चल रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन जनता सरकार के कार्यों से संतुष्ट है।
उन्होंने कहा कि,
“अच्छी बारिश सुशासन की निशानी है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि किसानों द्वारा उगाया गया एक भी दाना बर्बाद न हो।”
🔹 एआईएडीएमके सरकार पर हमला
स्टालिन ने कहा कि AIADMK की पूर्ववर्ती सरकार ने धान खरीद की तारीख 1 अक्टूबर तय की थी, जबकि DMK सरकार ने इसे एक महीने पहले से ही शुरू कर दिया है।
उन्होंने पलानीस्वामी पर आरोप लगाया कि उन्होंने खुद को किसान बताते हुए भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की थी।
“DMK सरकार ही थी, जिसने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया था,” उन्होंने कहा।
🔹 केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार ने तीन प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया है, लेकिन केंद्र सरकार ने 37,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज अब तक जारी नहीं किया है।
“केंद्र चाहे मदद दे या न दे, हमारी द्रविड़ मॉडल सरकार जनता के लिए काम कर रही है,” उन्होंने कहा।
“अब भाजपा सरकार मतदाता सूची संशोधन के नाम पर लोगों से वोट देने का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम इसे कभी सफल नहीं होने देंगे।”


 
		 
			 
			 
			 
			 
			