Loksabha Election 2024: सपा और कांग्रेस में आखिर कार हुआ गठबंधन
कई झटके खाने के बाद अंततः सपा-कांग्रेस के बीच गठबंधन तय हो गया है। यूपी की 80 में से 17 सीटों पर कांग्रेस और शेष 63 सीटों पर समाजवादी पार्टी और गठबंधन के अन्य दल चुनाव लड़ेंगे। जिस समय यह माना जा रहा था कि सपा-कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटना तय हो गया है, प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव से सीधी बातचीत कर पूरा मामला पलट दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी नेता को न केवल कांग्रेस को उन सीटों को देने के लिए मना लिया, जिन्हें समाजवादी पार्टी देने के लिए तैयार नहीं थी, बल्कि पूर्व से पश्चिम तक प्रदेश में कांग्रेस के मजबूत होने की नींव भी रख दी।
प्रियंका गांधी ने इस बातचीत के दौरान अवध में श्रावस्ती लोकसभा सीट की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अगर श्रावस्ती सीट दे दें तो अच्छा रहेगा। इसके साथ ही, यह भी कहा कि गठबंधन की घोषणा आज ही हो जाए।
अखिलेश यादव ने इस आग्रह पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि आपके प्रस्ताव पर विचार जरूर होगा। कोई बीच का रास्ता निकाला जाएगा और आज ही गठबंधन की घोषणा कर देते हैं। हालांकि, अखिलेश यादव ने कहा कि अच्छा होता कि आपकी और राहुल गांधी की मेरी मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस होती और गठबंधन का ऐलान होता।
प्रियंका गांधी ने बताया कि उनकी तबियत थोड़ी ठीक नहीं है और अब काफी देर हो चुकी है। माहौल खराब हो रहा है और कार्यकर्ता भ्रमित हैं। इसलिए, रैली का आयोजन जल्द होगा, जिसमें तीनों की संयुक्त रैली शामिल होगी।
दरअसल, कांग्रेस नेताओं की चिंता यह थी कि यदि पार्टी सपा की दी हुई कम प्रभाव वाली सीटों पर लड़ेगी, तो इससे न केवल उसका इस चुनाव में नुकसान होगा, बल्कि पार्टी हमेशा के लिए यूपी में कमजोर हो जाएगी। सपा ने कांग्रेस को वे सीटें भी दी थीं, जहां पर उसके परंपरागत मतदाताओं का ज्यादा प्रभाव नहीं था, यही कारण है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन अंततः टूटने की कगार पर पहुंच गया था।