‘मैच फिक्सिंग’ बयान पर गरमाई सियासत, राहुल गांधी पर भाजपा और चुनाव आयोग का पलटवार
नई दिल्ली।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर लगाए गए ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोपों पर शनिवार को देश की राजनीति में घमासान मच गया। भाजपा ने इसे कांग्रेस की “हार की हताशा” बताया, जबकि चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को “बेतुका और निराधार” करार दिया।
क्या कहा राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने एक अखबार में प्रकाशित लेख में आरोप लगाया कि नवंबर 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मैच फिक्सिंग की। उनके अनुसार, भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए पांच स्तरों पर योजनाएं बनाई थीं। उन्होंने यह भी दावा किया कि इसी तरह की “मैच फिक्सिंग” अब बिहार चुनाव में दोहराई जाएगी।
भाजपा का पलटवार
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेताओं ने राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। नड्डा ने सोशल मीडिया पर कहा,
“बार-बार पोल खुलने के बावजूद राहुल गांधी झूठ फैलाते रहते हैं। बिहार में अपनी निश्चित हार को देखते हुए वह अब आधारहीन आरोप लगा रहे हैं।”
उन्होंने एक लेख साझा किया जिसमें राहुल के आरोपों का खंडन किया गया था।
चुनाव आयोग की कड़ी प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने भी राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पूरी पारदर्शिता से कराए गए थे। आयोग ने बताया कि चुनाव के दिन सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक कुल 6.40 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले। अंतिम दो घंटों में लगभग 1.16 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया, जो औसतन पहले की तुलना में कम था, लेकिन इसमें कोई अनियमितता नहीं पाई गई।
आयोग ने राहुल गांधी के सार्वजनिक आरोपों को लेकर आश्चर्य जताते हुए कहा कि दिसंबर 2024 को कांग्रेस को इस संदर्भ में पत्र भेजा गया था, बावजूद इसके उन्होंने मीडिया के माध्यम से आरोप दोहराए। आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान न केवल कानून का अपमान हैं, बल्कि लाखों मतदानकर्मियों की ईमानदारी पर भी सवाल उठाते हैं।
राहुल गांधी के आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। एक ओर जहां कांग्रेस चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है, वहीं भाजपा और चुनाव आयोग इसे झूठा और अपमानजनक बता रहे हैं। आने वाले चुनावों में इस बयान के राजनीतिक प्रभाव पर नजर बनी रहेगी।