मन की बात के बाद अब पीएम मोदी करेंगे ‘दिल की बात’, रायपुर से होगी नई पहल की शुरुआत
रायपुर (छत्तीसगढ़): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब देशवासियों से सिर्फ “मन की बात” नहीं, बल्कि “दिल की बात” भी करेंगे। यह विशेष कार्यक्रम 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होगा।
इस दिन प्रधानमंत्री मोदी रायपुर के सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल में पहुंचकर उन बच्चों से बातचीत करेंगे, जिनका बचपन में दिल का ऑपरेशन (हार्ट सर्जरी) हुआ था और जिन्होंने इस अस्पताल से नई जिंदगी पाई है।
🔹 सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल में होगा ‘दिल की बात’ कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम बेहद खास होने जा रहा है। वे उन बच्चों और परिवारों से दिल की बात करेंगे जिन्होंने इस अस्पताल से इलाज करवाकर नया जीवन पाया है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी देश को भी संबोधित करेंगे और भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही प्रगति पर चर्चा करेंगे।
ईटीवी भारत से बातचीत में अस्पताल के मेडिकल सर्विसेज हेड, डॉ. निखिल शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा दौरा है।
“साल 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने इस मेडिटेशन सेंटर का लोकार्पण किया था। इस बार वे करीब 35 मिनट अस्पताल में रहेंगे और 3,500 से अधिक बच्चों से संवाद करेंगे,”
उन्होंने बताया।
🔹 3,500 से अधिक बच्चों से होगी मुलाकात
डॉ. शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी उन बच्चों से मुलाकात करेंगे जो जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease) से ग्रसित थे और अस्पताल में निशुल्क सर्जरी के बाद स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
“कोई अब कॉलेज में है, कोई पढ़ाई कर रहा है, कोई अपने करियर की शुरुआत कर रहा है — प्रधानमंत्री जी इन बच्चों से दिल की बात करेंगे। कुछ बच्चे उनसे सवाल भी करेंगे, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं,”
उन्होंने कहा।
🔹 मुफ्त इलाज की सुविधा: हर जरूरतमंद के लिए खुला अस्पताल
सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि यह संस्थान निशुल्क हृदय रोग उपचार प्रदान करता है।
यहां हर वर्ग के लोग बिना किसी शुल्क के इलाज करवा सकते हैं।
“लोग अस्पताल की वेबसाइट या फोन के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर सीधे यहां आकर इलाज करवा सकते हैं,”
डॉ. निखिल शुक्ला ने बताया।
🔹 पीएम मोदी का संदेश: भ्रांतियों को तोड़ने की कोशिश
डॉ. शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में उन भ्रांतियों को दूर करेंगे, जिनके अनुसार जन्मजात हृदय रोग का इलाज संभव नहीं होता।
“प्रधानमंत्री जी लोगों को बताएंगे कि अगर सही समय पर उपचार किया जाए तो यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है। इलाज के बाद बच्चे सामान्य जीवन जी सकते हैं और देश की सेवा कर सकते हैं,”
उन्होंने कहा।
✅ ‘दिल की बात’ कार्यक्रम का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह नया संवाद कार्यक्रम देश के स्वास्थ्य क्षेत्र की सफलताओं और ‘स्वस्थ भारत’ के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत होगा बल्कि देशभर में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और आशा का संदेश भी देगा।


 
		 
			 
			 
			 
			 
			