हर दशक में भारत के लिए सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले बल्लेबाज
भारत के क्रिकेट इतिहास में हर दशक ने एक नया हीरो दिया है, जिसने अपनी बल्लेबाजी से देश को गौरवान्वित किया. 1930 के दशक से लेकर 2020 तक कई दिग्गज बल्लेबाजों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार शतक जड़े और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.
यह सफर लाला अमरनाथ और विजय मर्चेंट से शुरू होकर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली होते हुए आज शुभमन गिल तक पहुंच चुका है. आइए जानते हैं हर दशक में किस भारतीय बल्लेबाज ने सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए:
🔹 1930 का दशक
- लाला अमरनाथ, विजय मर्चेंट, सैयद मुश्ताक अली – 1-1 शतक
भारत के क्रिकेट इतिहास की शुरुआत में इन खिलाड़ियों ने टीम को पहली अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई.
🔹 1940 का दशक
- विजय हजारे – 4 शतक (25 पारियां)
हजारे ने मुश्किल दौर में शानदार पारियां खेलीं और भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती दी.
🔹 1950 का दशक
- पोली उमरीगर – 7 शतक (70 पारियां)
उमरीगर इस दौर में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ बने और विदेशी सरजमीं पर भी दम दिखाया.
🔹 1960 का दशक
- मंसूर अली खान पटौदी – 6 शतक (71 पारियां)
पटौदी ने न सिर्फ कप्तानी से आत्मविश्वास दिया, बल्कि बल्लेबाजी में भी बड़ा योगदान दिया.
🔹 1970 का दशक
- सुनील गावस्कर – 22 शतक (117 पारियां)
गावस्कर इस दशक के सबसे बड़े सुपरस्टार बने और भारतीय बल्लेबाजी को नई पहचान दी.
🔹 1980 का दशक
- सुनील गावस्कर – 13 शतक (199 पारियां)
- दिलीप वेंगसरकर – 13 शतक (221 पारियां)
दोनों ने इस दशक में बराबर योगदान दिया और मुश्किल समय में टीम को संभाला.
🔹 1990 का दशक
- सचिन तेंदुलकर – 46 शतक (330 पारियां)
यह सचिन के उदय का दौर था. उन्होंने कम उम्र में ही पूरी दुनिया में भारतीय क्रिकेट की ताकत साबित की.
🔹 2000 का दशक
- सचिन तेंदुलकर – 42 शतक (358 पारियां)
‘क्रिकेट के भगवान’ ने इस दशक में भी लगातार शतक जमाकर अपना दबदबा कायम रखा.
🔹 2010 का दशक
- विराट कोहली – 69 शतक (431 पारियां)
कोहली तीनों फॉर्मेट में छा गए और दशक के सबसे बड़े बल्लेबाज बने.
🔹 2020 का दशक (अब तक)
- शुभमन गिल – 18 शतक (143 पारियां)
युवा बल्लेबाज शुभमन गिल इस दशक में सबसे आगे हैं. हाल ही में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में उन्होंने 4 शतक जड़े. उनकी बल्लेबाजी तकनीक भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देती है.