बरसात में बालों और त्वचा का रखें खास ख्याल, वरना हो सकती हैं गंभीर समस्याएं
मानसून का मौसम जहां ठंडक और राहत लेकर आता है, वहीं यह सेहत के लिए कई चुनौतियां भी खड़ी करता है। इस दौरान मच्छरों और वायरल इंफेक्शन से गंभीर बीमारियां फैलती हैं, जो न सिर्फ आंतरिक अंगों को प्रभावित करती हैं बल्कि त्वचा और बालों को भी भारी नुकसान पहुंचाती हैं। बढ़ी हुई नमी के कारण फंगस और बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे स्किन इंफेक्शन, खुजली, दाद, रैशेज और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
क्यों बढ़ जाती हैं समस्याएं?
बरसात के मौसम में हवा में नमी (ह्यूमिडिटी) अधिक होती है। इस कारण:
- फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
- बारिश का पानी बालों और त्वचा पर रुखापन और इंफेक्शन पैदा करता है।
- गंदगी और दूषित पानी से डायरिया, फूड पॉइजनिंग, डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियां फैल सकती हैं।
मानसून में बालों और त्वचा की देखभाल कैसे करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम में हाइजीन और प्रिवेंशन ही सबसे बड़ा उपाय है।
👉 त्वचा की देखभाल:
- त्वचा को हमेशा साफ और सूखा रखें।
- पसीना और नमी सोखने के लिए ढीले व सूती कपड़े पहनें।
- नहाने के बाद शरीर पर एंटी-फंगल पाउडर का इस्तेमाल करें।
- स्किन पर होने वाली खुजली या फंगल रैश को नजरअंदाज न करें।
👉 बालों की देखभाल:
- बारिश में भीगने से बचें, और अगर भीग जाएं तो तुरंत बालों को धोकर सुखा लें।
- माइल्ड शैम्पू का उपयोग करें और हेयर ऑयलिंग सीमित रखें।
- गीले बालों को देर तक बांधकर न रखें, इससे फंगस का खतरा बढ़ता है।
विशेषज्ञ की सलाह
त्वचा विशेषज्ञ डॉ. पूजा टांक का कहना है कि मानसून के दौरान खुजली, एक्जिमा, रूसी और फंगल इंफेक्शन तेजी से बढ़ सकते हैं। ऐसे में स्वच्छता बनाए रखना, समय-समय पर नहाना, सूती कपड़े पहनना और पर्सनल चीजों (जैसे तौलिए, कंघी) को शेयर न करना बेहद जरूरी है।
👉 निष्कर्ष: मानसून के मौसम में थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल अपनाकर न केवल आप अपने बाल और त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि गंभीर बीमारियों से भी बचाव कर सकते हैं।