जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, कठुआ में पुल ढहा, सीएम ने जारी किया हाई अलर्ट
जम्मू-कश्मीर: बीते 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
कठुआ में पुल को नुकसान
मूसलाधार बारिश के कारण जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग और कठुआ जिले की सहार खड्ड नदी पर बने एक पुल को भारी नुकसान पहुंचा है। एहतियात के तौर पर नदी पर बने दोनों पुलों पर यातायात रोक दिया गया है। यातायात को फिलहाल वैकल्पिक मार्ग से मोड़ा गया है।
कठुआ के उपायुक्त राजेश शर्मा ने मौके का निरीक्षण कर बताया कि पुराने पुल को गंभीर नुकसान हुआ है, जबकि नए पुल की स्थिति को लेकर भी संदेह है। उन्होंने कहा कि एहतियातन इसे भी बंद कर दिया गया है और विशेषज्ञ इंजीनियर इसकी जांच कर रहे हैं।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने जारी किया हाई अलर्ट
भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाई अलर्ट जारी किया है। उन्होंने सभी विभागों को सतर्क रहने और राहत-बचाव कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। सरकार ने जल निकासी, पीने के पानी और बिजली आपूर्ति जैसी जरूरी सेवाओं को तुरंत बहाल करने का आदेश दिया है।
जम्मू के कई इलाके जलमग्न
बारिश से जम्मू शहर के जानीपुर, रूप नगर, तालाब टिल्लू, ज्वेल चौक, न्यू प्लॉट और संजय नगर समेत कई इलाके जलमग्न हो गए। कई घरों में पानी घुस गया, दीवारें ढह गईं और लगभग दर्जनभर वाहन बाढ़ के पानी में बह गए।
हॉस्टल में 50 छात्र फंसे
बख्शी नगर, कैनाल रोड स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरग्रेटिव मेडिसिन (IIIM) के छात्रावास में पानी भरने से करीब 50 छात्र फंस गए। SDRF और पुलिस की संयुक्त टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
100 साल में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह अगस्त महीने में पिछले 100 वर्षों की दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है।
- उधमपुर: 144.2 मिमी
- कटरा: 115 मिमी
- सांबा: 109 मिमी
- कठुआ: 90.2 मिमी
- श्रीनगर: 13.5 मिमी
यातायात और सड़कें प्रभावित
- जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और श्रीनगर-लेह राजमार्ग यातायात के लिए खुले रहे।
- भूस्खलन के कारण मुगल रोड (पुंछ-राजौरी से शोपियां) और सिंथन रोड (किश्तवाड़-डोडा से अनंतनाग) बंद करनी पड़ी।
नदियां उफान पर
सांबा की बसंतर, कठुआ की उझ और रावी, डोडा-किश्तवाड़-रामबन की चिनाब और जम्मू-उधमपुर की तवी नदी उफान पर हैं। प्रशासन ने SDRF, पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया टीमों को अलर्ट पर रखा है।