ईरान-इज़राइल युद्ध: परमाणु ठिकानों पर हमला, 300 से अधिक मौतें, तनाव चरम पर
तेहरान, 16 जून 2025: शुक्रवार को इज़राइल द्वारा ईरान पर अचानक किए गए हमले के बाद दोनों देशों के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। यह दोनों दुश्मन देशों के बीच अब तक की सबसे भीषण सैन्य झड़प बन चुकी है, जिसमें तीन दिन के भीतर सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
🛑 इज़राइल ने किए 100 से अधिक हमले
शुक्रवार को इज़राइल ने ईरान के 100 से अधिक सामरिक ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें परमाणु केंद्र, मिसाइल साइट्स और रक्षा प्रतिष्ठान शामिल थे। हमलों में ईरान की सेना के वरिष्ठ अधिकारी – जनरल मोहम्मद बाघेरी (ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ) और IRGC प्रमुख जनरल हुसैन सलामी, साथ ही 6 प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हुई है।
सैटेलाइट तस्वीरों में नतांज न्यूक्लियर साइट को गंभीर क्षति पहुंचने की पुष्टि हुई है, हालांकि ईंधन संवर्धन संयंत्र अब भी सुरक्षित बताया गया है। इस्फहान स्थित परमाणु अनुसंधान केंद्र पर भी हमला हुआ।
💥 तेहरान में हमले जारी, नागरिक मौतें बढ़ीं
शनिवार से लेकर सोमवार तक इज़राइली सेना ने तेहरान में 80 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय और मिसाइल लॉन्च साइट्स शामिल हैं। ईरान के तेल मंत्रालय ने पुष्टि की कि तेहरान में दो ईंधन डिपो पर भी हमले हुए हैं।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इज़राइली हमलों में अब तक 224 नागरिकों की मौत हो चुकी है।
🚀 ईरान ने दी जवाबी कार्रवाई, इज़राइल में तबाही
ईरान ने जवाबी कार्रवाई में कई मिसाइल हमले किए हैं, जिसमें अब तक इज़राइल में 14 लोगों की मौत और 390 से अधिक घायल हुए हैं। शनिवार रात तमरा शहर में एक इमारत पर हमला हुआ, जिससे चार महिलाओं की मौत हो गई।
बात याम में एक मिसाइल हमले में 6 लोगों की जान गई और 180 से अधिक घायल हुए। सोमवार को तेल अवीव और हाइफ़ा पर हमले के बाद हालात और बिगड़े। हाइफ़ा के पावर प्लांट में आग लगने की खबर है।
⚠️ ईरान की चेतावनी: अमेरिका, UK और फ्रांस को भी धमकी
ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को चेतावनी दी है कि यदि वे इज़राइल की मदद करते हैं, तो उनके सैन्य ठिकाने और नौसैनिक जहाज ईरानी हमलों का निशाना बनेंगे।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को अमेरिकी नौसेना और एयर डिफेंस ने इज़राइल पर दागी गई कुछ मिसाइलों को नष्ट किया। ब्रिटेन ने भी मध्य पूर्व में फाइटर जेट और सैन्य संसाधन तैनात किए हैं।
🔍 इज़राइल का दावा: ईरान बना रहा था परमाणु बम
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला ईरान की गुप्त परमाणु हथियार योजना को रोकने के लिए किया गया। उनका दावा है कि ईरान के पास 9 परमाणु बम बनाने की क्षमता है।
IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि ईरान ने 400 किलो उच्च स्तर पर संवर्धित यूरेनियम इकट्ठा कर अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन किया है।
🔴 ईरान की प्रतिक्रिया: “नागरिकों को निशाना बनाया गया”
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने इज़राइल को कड़ी सज़ा देने की चेतावनी दी है और आरोप लगाया है कि आवासीय इलाकों को निशाना बनाया गया है।
रविवार को होने वाली अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता रद्द कर दी गई है। वहीं, कतर और ओमान को ईरान ने सूचित किया कि हमलों के दौरान युद्धविराम पर कोई बातचीत नहीं होगी।
🇺🇸 अमेरिकी भूमिका पर भ्रम
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने शुक्रवार को कहा कि यह हमला पूरी तरह इज़राइली था, लेकिन बाद में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार किया कि अमेरिका को हमले की जानकारी थी।
G7 सम्मेलन में ट्रंप ने कहा कि वे परदे के पीछे शांति समझौते की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता की हत्या की योजना को रोकने का दावा भी किया।
🌍 स्थिति गंभीर, मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव
यह टकराव सिर्फ ईरान-इज़राइल तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे पूरे मध्य पूर्व और वैश्विक राजनीति पर असर पड़ रहा है। तेल की कीमतों में उछाल, वैश्विक बाजारों में गिरावट, और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति पर भारी दबाव देखा जा रहा है।