सालों पहले जब रोबोट्स को लेकर बातें शुरु होने लग गईं थीं और फिल्मों और कहानियों के जरिए भी लोगों ने ये जानना शुरु कर दिया था की रोबोट्स क्या-क्या कर सकता है. तो इस तरह की चर्चाएं शुरु हो गई थीं की एक दिन रोबोट्स वो सारे काम करने लग जाएंगे जो एक इनसान कर सकता है] और एक दिन ऐसा भी आएगा जब रोबोट्स इनसानों के लिए खतरा साबित हो जाएंगे.
1985 में ही अमेरिका में Small Wonder नाम से एक शो आया था जिसमें रोबोट की कहानी दिखाई गई थी. और 2003 में यही कहानी भारत में एक शो आया करता था करिश्मा का करिश्मा उसके जरिए हर आम इनसान तक भी पहुंची. औऱ इसी तरह आज कई सारी एसी फिल्में बन चुकी हैं जिनके जरिए हमें रोबोट्स की abilities को और उनके डर को दिखाया जाता है की एक दिन ऐसा आएगा की रोबोट्स हमें ही नुकसान पहुंचाएंने.
हमें अगर किसी पर काबू पाना हो और किसी पर राज करना हो तो उसके लिए हमारे अंदर तेज दिमाग होना चाहिए. आज इंसान अगर प्रिथ्वी पर Dominate कर रहा है तो उसकी एक ही वजह है इंसान का दिमाग. क्योंकि ताकत चाहे बाकी जानवरों से इंसान पर कम हो लेकिन दिमाग उनसे कई गुना ज्यादा है. ऐसे में बुद्धी ही सबसे बड़ी ताकत है. और दिमाग का तेज होना जानकारियों पर निर्भर करता है. मतलब की जिसके पास जितनी ज्यादा जानकारी होगी वो उतना ज्यादा बुद्धिमान.
ऐसे में अभी तक इंसान के पास सबसे ज्यादा जानकारी है और उसे ही सबसे ज्यादा बुद्धिमान प्राणी माना जाता है. इसीलिए वो सब जानवरों पर एक तरीके से राज करता है.
लेकिन किसी इंसान से भी ज्यादा जानकारी अगर हम किसी मशीन को दे दें…. तो क्या वो इंसानों पर राज नहीं करने लगेगी. आज AI यानी की artificial intelligence के जरिए मशीनों की खुद से सीखने की क्षमता भी बढ़ती जा रही है. Machine Learning और Deep Learning के जरिए AI इतना बेहतर होता जा रहा है की वो इंसानी दिमाग की तरह व्यवहार करने लगा है. AI इंसानी दिमाग से बेहतर काम तो कर ही रहा था लेकिन अब इंसानी दिमाग से बेहतर जवाब भी देने लगा है इसका अच्छा उदाहरण CHAT GPT जैसे AI tools हैं. और यही सब कारण है की आज artificial intelligence को लेकर सब डरे हुए हैं. सब से मतलब है जो इसे बेहतर तरीके से जानते हैं.
Google CEO Sundar Pichai, Twitter owner Elon Musk, Microsoft founder Bill Gates और Open AI CEO Sam Altman AI के खतरों को लेकर warning दे चुके हैं. यहां तक की AI के Godfather Geoffrey Hinton
चलिए इनहीं के जरिए पहले ये समझते हैं की AI कैसे खतरनाक हो सकता है.
artificial intelligence का अगर पूरी तरह विकास हो गया तो वो मानव जाती का अंत कर सकता है… ये खुद को अपने आप की बहुत ही ज्यादा तेजी से विकसित करेगा और इंसान जिनकी जैविक विकास की सीमित है उसे पीछे छोड़ कर बहुत आगे निकल जाएगा… The development of full artificial intelligence could spell the end of the human race….It would take off on its own, and re-design itself at an ever increasing rate. Humans, who are limited by slow biological evolution, couldn’t compete, and would be superseded.”
— Stephen Hawking told the BBC
“मैं एक ऐसा वक्त की कल्पना कर सकता हूं जब हम रोबोट्स के लिए वही होंगे जो कुत्ते इंसानों के लिए हैं… और मैं मशीनों के लिए काम कर रहा हूं I visualise a time when we will be to robots what dogs are to humans, and I’m rooting for the machines.”
—Claude Shannon, American mathematician
“artificial intelligence की प्रोग्रेस और गति दोनों ही अविश्वसनीय रूप से तेज़ है. जब तक आप डीपमाइंड जैसे समूहों से सीधा संपर्क नहीं रखते हैं, तब तक आपको पता नहीं है कि यह कितनी तेजी से बढ़ रहा है…. अगले 5 या 10 सालों में कुछ गंभीर रूप से खतरनाक होने का जोखिम है. The pace of progress in artificial intelligence (I’m not referring to narrow AI) is incredibly fast. Unless you have direct exposure to groups like Deep mind, you have no idea how fast—it is growing at a pace close to exponential. The risk of something seriously dangerous happening is in the five-year time frame. 10 years at most.”
“ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का तेजी से हो रहा विकास डरावनी और प्रलयकारी भी हो सकती है… कल्पना कीजिए कि मूल रूप से कैंसर से छुटकारा पाने के लिए प्रोग्राम किया गया एक मेडिकल रोबोट… इस निष्कर्ष पर भी निकाल सकता है कि कैंसर को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका उन मनुष्यों को खत्म करना है जो आनुवंशिक रूप से बीमारी से ग्रस्त हैं. The upheavals [of artificial intelligence] can escalate quickly and become scarier and even cataclysmic. Imagine how a medical robot, originally programmed to rid cancer, could conclude that the best way to obliterate cancer is to exterminate humans who are genetically prone to the disease.”
— Nick Bilton, tech columnist wrote in the New York Times
“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लगभग 2029 तक मानव स्तर तक पहुंच जाएगा और 2045 तक हम अपने द्वारा बनाई गई बुद्धिमत्ता के साथ विलय करके अपनी प्रभावी बुद्धिमत्ता को एक अरब गुना बढ़ा देंगे… Artificial intelligence will reach human levels by around 2029. Follow that out further to, say, 2045, we will have multiplied the intelligence, the human biological machine intelligence of our civilization a billion-fold.”
—Ray Kurzweil
“हमने एआई को अकेले लोगों से बातचीत और उन्हें अच्छा फील कराते हुए देखा है… हमने एआई को नस्लीय भेदभाव में शामिल होते हुए भी देखा है… फिर भी short term में एआई से लोगों को होने वाला सबसे बड़ा नुकसान नौकरी का विस्थापन है, क्योंकि एआई से बेहतर काम करवाना पहले की तुलना में बहुत ज्यादा बड़ गया है… We have seen AI providing conversation and comfort to the lonely; we have also seen AI engaging in racial discrimination. Yet the biggest harm that AI is likely to do to individuals in the short term is job displacement, as the amount of work we can automate with AI is vastly larger than before. As leaders, it is incumbent on all of us to make sure we are building a world in which every individual has an opportunity to thrive.”
Andrew Ng, Co-founder and lead of Google Brain
“एआई को humanity को खत्म करने के लिए बुरा बनने की जरूरत नहीं है…. क्योंकि अगर एआई को कोई लक्ष्य प्राप्त करना है और इंसान उसके रास्ते में आता है, तो निश्चित रूप से ये सोचे बिना की ये सही है या गलत ai मानवता को नष्ट कर देगा AI doesn’t have to be evil to destroy humanity – if AI has a goal and humanity just happens to come in the way, it will destroy humanity as a matter of course without even thinking about it, no hard feelings.”
Elon Musk, Technology Entrepreneur, and Investor.
इसके साथ ही ELON MUSK की ही कही एक बात ये साबित करती है की हमें Artificial Intelligence या रोबोट्स से इतना खतरा नहीं है जितना इंसानों से है. इलोन मस्क ने दुनिया को सचेत करते हुए कहा है की
“मैं ये सोचता हूं की राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर AI की नियामक निगरानी के लिए संस्था होनी चाहिए जो यह सुनिश्चित करे की हम इसके साथ ही कुछ मूर्खतापूर्ण काम ना कर लें. artificial intelligence के जरिए हम एक दानव को पैदा होने का अवसर दे रहे हैं. I’m increasingly inclined to think that there should be some regulatory oversight, maybe at the national and international level, just to make sure that we don’t do something very foolish. I mean with artificial intelligence we’re summoning the demon.”
—Elon Musk warned at MIT’s AeroAstro Centennial Symposium
आज AI बहुत ज्यादा ताकतवर हो चुका है. और खुद AI पर काम करने वाले experts को भी नहीं पता है की ये और कितना ताकतवर हो सकता है. इसलिए इसे रेगुलेट करने जैसी बातों पर चर्चा हो रही है. AI के Godfather Geoffrey Hinton ने GOOGLE से नौकरी छोड़ दी है. उन्होंने लोगों को AI की field में हो रहे development को लेकर warning दी है. उन्होंने AI chatbots को काफी Danger और Scary बताया. उन्होंने कहा की अभी तक AI हमसे ज्यादा बुद्धिमान नहीं हैं… लेकिन उन्हें लगता है कि AI जल्द इंसान से बुद्धिमान हो जाएगा.
माना जा रहा है की 2030 तक AI की वजह से करीब [8.5 करोड़ लोगों की नौकरी जाने वाली है… और आगे जाकर और कई करोड़ों जॉब्स AI छीन लेगा.
ऐसे में AI के ताकत का तो हमें अंदेशा है लेकिन ये कितना खतरनाक हो सकता है… इस पर बस चर्चाएं ही हो रही है…. इसलिए अभी जो बड़ा खतरा पैदा हो चुका है उस पर बात की जानी चाहिए.
देखिए रोबोट्स हमपर जब राज करेंगे तब करेंगे क्योंकि ये बस फिलहाल एक डर है. लेकिन उसी AI के जरिए जो लोग इस समय पूरी दुनिया पर ही राज कर रहे हैं…. उनके बारे में ज्यादा चर्चा होनी चाहिए. कहीं ऐसा तो नहीं है की मशीनों का डर दिखा कर हमारा ध्यान उन मशीनों को ज्यादा खतरनाक बनाने वालों से भटकाया जा रहा है.
आप रोबोट्स छोड़िये आपके हाथ में मोबाइल के रूप में जो मशीन हैं फिलहाल वही आप पर राज कर रही है. और आपको पता भी नहीं चल रहा है. उल्टा आपको लग रहा है की आप उस मोबाइल पर राज कर रहे हैं.
FACEBOOK, INSTAGRAM, Google आज AI की मदद से हमें अपना गुलाम बना चुके हैं… क्योंकि हम जो देखते हैं वही बनते हैं और वही ये तय करता है की हमारी Ideology क्या है. और हमें किस Political Party को वोट देना चाहिए और हमारे दोस्त किस तरह के होने चाहिए.
FACEBOOK, INSTAGRAM, twitter, Youtube, Google जैसे platforms जहां लोगों से कम्यूनीकेट करने का एक बेहतर जरिया है…. वहीं AI की मदद से लोगों को इन सोशल मीडिया platforms का आदि बनाया जा रहा है.
आज ये हो गया है कि यही सोशल मीडिया लोगों की mental हेल्थ खराब कर रहा है. आज social मीडिया के जरिए हमें एक ही चीज दिखाई जा रही है. आप जो देख रहे हैं वो कितना सही या कितन गलत है वो मायने नहीं रखता [बल्की मायने ये रखता है की आप किताना ज्यादा वक्त सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं. और आपका वक्त और आपकी पूरी कुंड़ली निकालने के लिए ये सभी social media companies Artificial intelligence की मदद ले रही हैं.
चलिए मान लेते हैं की आपको नया फोन लेना है.. जिसके लिए आपने google पर latest phone under 15 thousand Search कर लिया. बस आपने इतना ही करना था की आपके FCEBOOK, INSTAGRAM, YOUTUBE, AMAZON, TWITTER सब जगह आपको बस फोन के ही विज्ञापन दिखने लग जाएंगे.
इसी तरह आपके हर search को हर like को ये सोशल companies AI के जरिए monitor कर रही हैं आप पर नजर रखी जा रही हैं. चलिए मान लिया आपको इन सब से फरक नहीं पड़ता है. लेकिन अगर हम कहें की ये कंपनीस हमारे पूरे देश को ही बर्बाद करने में तुली हुई है… तो क्या तब भी आपको फर्क नहीं पड़ेगा.
ELON MUSK कहते हैं की NUCLEAR WEAPON से भी ज्यादा खतरनाक आज ARTIFICIAL INTELIGENCE हो गया है. NETFLIX में SOCIAL DELIMMA नाम से एक DOCUMENTRY है जिसमें AI का इस्तेमाल करने वाली इन कंपनीज में काम करने वाले इंप्लाइज ने कहा है की जिस तरह लोगों के थोट्स और माइंड के साथ AI खेल रहा है उससे किसी भी देश में गृह युद्ध / यानी की CIVIL WAR जैसे हालात हो सकते हैं.
आप ये सोच लीजिए की AI हमपर राज करना शुरु कर चुका है. और FUTURE में इसका खतरा और ज्यादा बढ़ने वाला है. और इसके जिम्मेदार वही लोग हैं जो हमें इसे लेकर वार्न कर रहे हैं या इसके साथ काम कर रहे हैं…. ये लोग हमारे जरिए करोड़ों रुपये कमा रहे हैं और हमें ही खतरे में डाल रहे हैं.
मतलब की हमें AI का इंसानी दिमाग से भी तेज होकर हमें नुकसान पहुंचाने का डर तो है ही लेकिन AI के साथ काम करके करोड़ों रुपय छापने वाले बड़ी-बड़ी companies के मालिक से भी डर है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन लोगों के लिए पैसा ही मैटर करता है. AI खुद से कभी खतरनाक शायद ना बने. लेकिन इसे खतरनाक बनाया जा सकता है और कई कंपनीज इसे खतरनाक तरीके से इस्तेमाल भी कर रही हैं..
NETFLIX की DOCUMENTRY FILM Social Dilemma ये prove करता है की AI का खतरनाक चीजों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. और हम शायद जॉब्स जैसी प्रॉब्लम्स से निपट भी जाएं. लेकिन ध्रुविकरण और गृह युद्द जैसे खतरे हमें शायद तबाह कर लें. इसलिए आप ये सोच के चलिए की जो डर इतने सारे एक्सपर्टस AI को लेकर हमें दिखा रहे हैं वो उतना बड़ा नहीं है. जितना बड़ा खतरा AI की वजह से पहले ही शुरु हो चुका है.. सोशल मीडिया और अन्य AI Operating कंपनीज के जरिए.
और अंत में एक सवाल जो हमारे दिमाग में भी आ रहा है. की कहीं AI के FUTURE को लेकर इतना ज्यादा डर हमें इसलिए तो नहीं दिखाया जा रहा है की उसके प्रेजेंट में हो रहे खतरे को लेकर हम बात ही ना करें. उसके बारे में सोचें ही ना बस future, future ही करते रहें.
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