वंचित वर्गों की आवाज़ को बुलंद करने के लिए कांग्रेस ने शुरू किया ‘संविधान लीडरशिप प्रोग्राम’
कांग्रेस पार्टी ने ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ के तहत ‘संविधान लीडरशिप प्रोग्राम’ की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े, अति पिछड़े, पसमांदा मुस्लिम, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यकों को उनकी हिस्सेदारी और अधिकारों के लिए सशक्त करना है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन समुदायों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम से जुड़ें और जातिगत जनगणना, सामाजिक न्याय और भागीदारी की लड़ाई को मज़बूत करें। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा:
“जब तक वंचित वर्गों की असली हिस्सेदारी और भागीदारी सुनिश्चित नहीं होगी, न्याय अधूरा रहेगा।”
राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग इन वर्गों से आते हैं या इनका प्रतिनिधित्व करते हैं, वे इस अभियान से जुड़ें और एक संगठित आवाज़ बनें।
कार्यक्रम की वेबसाइट के अनुसार, इसका लक्ष्य है कि महिला, दलित, अति पिछड़ा, पसमांदा, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं को नेतृत्व के लिए तैयार किया जाए। यह मंच ऐसे युवाओं, जमीनी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया पर सक्रिय आवाज़ों को कांग्रेस और व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट से जोड़ता है जो बदलाव की राजनीति में विश्वास रखते हैं।
चयनित प्रतिभागी बिहार के विभिन्न क्षेत्रों और जिलों में ‘कम्युनिटी ऑर्गेनाइज़र’ और ‘मोबिलाइज़र’ की भूमिका निभाएंगे। वे सफेद टी-शर्ट पहनकर जमीनी स्तर पर लोगों को शिक्षित और संगठित करेंगे और आंदोलन का नेतृत्व करेंगे।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सफेद टी-शर्ट पहनकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की थी और तब से वे अक्सर इसी रूप में नजर आते हैं। इस यात्रा से प्रेरित होकर कांग्रेस ने कुछ महीने पहले औपचारिक रूप से ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ की शुरुआत की थी।
वेबसाइट के अनुसार, यह आंदोलन भारत के श्रमिक वर्ग और हाशिये पर खड़े समुदायों के लिए पहला न्याय-आधारित राजनीतिक प्रयास है, जो सामाजिक संवाद के ज़रिए एक सशक्त आंदोलन खड़ा करता है। इसका उद्देश्य युवाओं और श्रमिकों को संगठित कर उनकी सामूहिक शक्ति को बढ़ावा देना है।