सात लोगों की आत्महत्या का मामला: चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रहा था हार्दिक, टीचर ने बताए परिवार के व्यवहार
चंडीगढ़। पंचकूला के सेक्टर-27 में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के सात सदस्यों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह कदम उन्होंने भारी कर्ज के दबाव में उठाया। मृतकों में प्रवीण मित्तल, उनकी पत्नी रीना, मां विमला, पिता देशराज, बेटा हार्दिक, बेटियां डेलसी और ध्रुविता शामिल हैं।
परिवार की पृष्ठभूमि और हार्दिक की पढ़ाई
पुलिस के अनुसार, परिवार मूल रूप से देहरादून का रहने वाला था, जबकि बच्चे चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रहे थे। मृतक हार्दिक सेक्टर 28 के सरकारी मॉडल स्कूल में पंजाबी विषय का छात्र था।
एडमिशन के समय नहीं दिखा कोई तनाव
स्कूल के शिक्षक मुकेश ने बताया कि हार्दिक का एडमिशन 28 अप्रैल को हुआ था। उस समय उनके माता-पिता भी स्कूल आए थे और पूरे एडमिशन प्रक्रिया के दौरान शांत और सहज दिखाई दिए। उन्होंने किसी तरह का तनाव जाहिर नहीं किया और सभी सवालों का शांतिपूर्वक जवाब दिया।

अच्छे छात्र थे बच्चे, माता-पिता का व्यवहार भी सहज
शिक्षक के अनुसार, हार्दिक पढ़ाई में अच्छा था और एक सभ्य बच्चा था। स्कूल में सीट न होते हुए भी उसकी विनम्रता को देखते हुए उसे दाखिला दिया गया। एक महीने की पढ़ाई के दौरान उसने टेस्ट भी दिए और उसके माता-पिता दो बार पीटीएम (पेरेंट्स-टीचर मीटिंग) में शामिल हुए थे। हर बार बातचीत में उनके व्यवहार में कोई असामान्यता नहीं दिखी।
पुलिस जांच में तेजी
डीसीपी अमित ने बताया कि मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित कर दी गई हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की एक विशेष टीम द्वारा किया जाएगा। पुलिस आत्महत्या के पीछे की वजह जानने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट्स, सीसीटीवी फुटेज और पारिवारिक इतिहास की गहन जांच कर रही है।

सुसाइड नोट और बैंक डिटेल की जांच
मौके से दो सुसाइड नोट भी मिले हैं – एक कार के डैशबोर्ड पर और दूसरा कुछ सामान के बीच। पुलिस हैंडराइटिंग की जांच के साथ-साथ बैंक खातों और अन्य दस्तावेजों की भी पड़ताल कर रही है।
घटना का विवरण
घटना की जानकारी रात करीब 11 बजे मिली जब मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी कार में लोगों के बेसुध होने की सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन किसी को बचाया नहीं जा सका।
कर्ज में डूबा था परिवार, टूर एंड ट्रैवल बिजनेस रहा असफल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रवीण मित्तल ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार शुरू किया था, लेकिन घाटे के चलते वह बंद हो गया। इसके बाद परिवार पर कर्ज इतना बढ़ गया कि रोजमर्रा की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही थीं।

कार और मालिक की जानकारी
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, जिस कार में आत्महत्या की गई, वह देहरादून आरटीओ में रजिस्टर्ड थी और आरसी के अनुसार मालिक का नाम गंभीर सिंह नेगी है।
हर एंगल से जांच जारी
पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि गाड़ी परिवार की थी या उधार ली गई थी। मामले से जुड़े हर एंगल को गंभीरता से लिया जा रहा है।