अहमदाबाद एयर इंडिया हादसा: ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा, डेटा रिकवरी के लिए भारत में नहीं है सुविधा
12 जून को अहमदाबाद में लंदन के लिए उड़ान भरते ही क्रैश हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान का ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा। हादसे के अगले ही दिन ब्लैक बॉक्स मलबे से बरामद कर लिया गया था, लेकिन विमान में आग लगने से यह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। डेटा रिकवर करना भारत में संभव नहीं होने के चलते अब इसे अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की लैब में भेजा जाएगा।
दोनों ब्लैक बॉक्स—कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR)—को हीट और आग से नुकसान पहुंचा है। इनकी निगरानी के लिए साथ में सरकारी अधिकारी भी अमेरिका जाएंगे ताकि जांच की गोपनीयता और सुरक्षा बनी रहे।
ब्लैक बॉक्स क्या होता है और क्यों जरूरी है?
- ब्लैक बॉक्स असल में नारंगी रंग का होता है ताकि हादसे के बाद मलबे में आसानी से नजर आ सके।
- इसमें दो रिकॉर्डर होते हैं—CVR (पायलटों की बातचीत और कॉकपिट की आवाजें रिकॉर्ड करता है) और FDR (उड़ान से जुड़ा डेटा जैसे स्पीड, एल्टीट्यूड, दिशा आदि रिकॉर्ड करता है)।
- यह अत्यंत मजबूत सामग्री जैसे टाइटेनियम से बना होता है और भीषण गर्मी या गहराई के पानी का दबाव सह सकता है।
भारत में ब्लैक बॉक्स जांच की स्थिति
दिल्ली में हाल ही में DFDR & CVR लैब की शुरुआत हुई है, लेकिन अहमदाबाद हादसे में ब्लैक बॉक्स इतने क्षतिग्रस्त हैं कि उनके डेटा की रिकवरी फिलहाल भारत में संभव नहीं।
हादसे में अब तक का अपडेट
- फ्लाइट AI-171 में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई थी।
- हादसे में कुल 270 लोगों की जान गई, क्योंकि विमान एक रिहायशी इमारत से टकराया था।
- 211 शवों की पहचान DNA जांच से हो चुकी है, और 189 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं।
- 71 घायलों में से अब सिर्फ 7 का इलाज चल रहा है।
फ्लाइट संचालन में कटौती
एयर इंडिया ने घोषणा की है कि वह 20 जून से 15% अंतरराष्ट्रीय वाइडबॉडी उड़ानों में कटौती करेगा। यह कदम विमान बेड़े की तकनीकी जांच और आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए उठाया गया है। प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक फ्लाइट्स दी जाएंगी या पूरी राशि रिफंड की जाएगी।