उत्तराखंड आपदा: देहरादून में भारी बारिश से मचा हाहाकार, 18 की मौत और करोड़ों की क्षति
उत्तराखंड इस साल लगातार भीषण आपदाओं का सामना कर रहा है। आपदा का सिलसिला 5 अगस्त को धराली से शुरू हुआ था, जो अब राजधानी देहरादून तक पहुँच चुका है। 16 सितंबर की रात हुई अप्रत्याशित भारी बारिश ने देहरादून शहर और आसपास के क्षेत्रों में तबाही मचा दी। तीन घंटे में सहस्त्रधारा क्षेत्र में 264 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसे बादल फटने जैसी स्थिति माना जा रहा है।
भारी तबाही और जानमाल का नुकसान
आपदा प्रबंधन विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 16 सितंबर की शाम तक:
- देहरादून में 16 लोगों की मौत
- नैनीताल में 1 व्यक्ति की मौत
- पिथौरागढ़ में 1 व्यक्ति की मौत
कुल मिलाकर 18 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 10 से 12 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि इस आपदा से जानमाल के साथ-साथ बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुँचा है। सहस्त्रधारा, मालदेवता, प्रेमनगर और रिस्पना नदी किनारे की बस्तियाँ बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त
भारी बारिश और बाढ़ की वजह से देहरादून की तीन प्रमुख सड़कें बंद हो गईं।
- लंबीधार–किमाड़ी मोटर मार्ग
- मसूरी–देहरादून मार्ग
- रायपुर–कद्दूखाल मार्ग
इसके अलावा, देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है। प्रेमनगर का पुल बाढ़ में टूट गया, जिससे आवाजाही बुरी तरह बाधित हुई।
विद्युत और पेयजल आपूर्ति बाधित
आपदा के कारण लगभग 1.5 लाख परिवारों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई थी। हालांकि, देर शाम तक लगभग 1.35 लाख परिवारों की बिजली बहाल कर दी गई, जबकि शेष 15 हजार परिवारों को बिजली देने का कार्य जारी है।
पेयजल आपूर्ति को लेकर भी 121 शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिनमें से अधिकांश का निस्तारण किया जा चुका है।
आपदा कंट्रोल रूम की स्थिति
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को अब तक:
- जलभराव की 114 शिकायतें (107 का निस्तारण हो चुका)
- पेयजल आपूर्ति से जुड़ी 121 शिकायतें (113 का निस्तारण पूरा)
वहीं, सहस्त्रधारा और मालदेवता के ऊपरी इलाकों में अभी भी बिजली सप्लाई ठप है।
सरकार ने शुरू की नुकसान के आकलन की कवायद
देहरादून में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम 1–2 दिन में नुकसान की पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद भारत सरकार को आर्थिक पैकेज की मांग के लिए मेमोरेंडम भेजा जाएगा।
निष्कर्ष
देहरादून में इस तरह की आपदा पहली बार देखने को मिली है। हजारों करोड़ का नुकसान हो चुका है और कई परिवार बेघर हो गए हैं। इस वक्त प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। लोगों की ज़िंदगी पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार भारत सरकार से विशेष आर्थिक मदद की उम्मीद कर रही है।