The Kerala Story- एक जरूरी मुद्दे पर गलत तरीके से बनी फिल्म
फिल्म the केरला story box office पर अच्छा response कर रही है…. क्योंकि 40 करोड़ में बनी इस film ने pehle 4 dino men hi 50 करोड़ कमा कर पैसों की recovery कर ली है..
फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह इस्लामिक terrorist हिन्दू ल़डकियों को बहला फुसला कर और फंसा कर उन्हें आतंकवादी संगठन isis में join करा कर उनके साथ वहां पर बर्बरता की जाती है.
फिल्म में 4 ल़डकियों की कहानी दिखाई गई है जिन्हें साथ इस्लामिक terrorist बहला फुसला सम्बंध बनाते हुए शादी करते हैं और syria लेजा कर उन्हें isis में भर्ती करवाते हैं.
अब फिल्म जिस प्लॉट पर बनी है. वो isis के मंसूबों और साजिशों को पूरी सच्चाई के साथ पेश भी करता है. इसके साथ साथ isis के आतंकवादियों की बर्बरता को भी सही ढंग से और पूरी ईमानदारी के साथ दिखाया गया है.. लेकिन फिल्म हमसे कुछ झूठ भी बोलती है. इसलिए जरूरी हो जाता है फिल्म की कुछ अच्छी और कुछ बुरी बातों के बारे में बात करना..
एक एक कर के जानते हैं की फिल्म the Kerala story में क्या सही था और क्या गलत
1. फिल्म आतंकवादियों के मंसूबो और बर्बरता को खुल कर पेश करती है…. फिल्म में इस्लामिक आतंकवाद कैसे काम करता है उसे दिखाने की अच्छी कोशिश की है… फिल्म देखने के बाद आपको isis के इन आतंकवादियों पर बहुत ज्यादा गुस्सा तो आएगा ही… साथ ही आप आतंकवादियों और जेहादियों की इस तरह की साजिशों को जानकर इनके बहकावे में नहीं आएंगे….
2. लेकिन दूसरी तरफ फिल्म कुछ एसा भी करती है जो फिल्म पर ही कई सवाल उठाने लगती है… फिल्म इस्लामिक आतंकवादियों की बर्बरता के जरिए हमें उनसे नफरत तो करवाती है …. लेकिन एक धर्म और उनके लोगों को लेकर भी हमारे अंदर जहर घोलने का काम करती है…. जिससे परहेज किया जा सकता था…. परहेज इसलिए क्योंकि हिन्दू मुस्लिम के नाम पर देश पहले ही काफी बंट चुका है…. और ऐसा लगता है मानो फिल्म का मकसद नफरत फैलाना है ना कि सच्चाई के साथ किसी के दर्द को साझा करना….
3. इसके अलावा फिल्म में कुछ facts गलत हैं… जिस वज़ह से एक संवेदनशील मुद्दे पर बनी फिल्म पर ना चाहते हुए भी सवाल खड़े हो ही जाते हैं…..
4. Isis के आतंकवादियों द्वारा गैर मुस्लिम ल़डकियों को बहला फुसला कर जरूर syriya Yemen जैसे देशों में लेजाया गया है…. लेकिन उनकी संख्या 3200 नहीं है…. ब्लकि 3 se 4 है…. or आँकड़ों पर ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि फिल्म को लेकर कहा जा रहा है कि फिल्म पूरी तरह सच्ची घटनाओं पर आधारित है……
5. आप ही सोचिए अगर numbers को लेकर फिल्म सटीक रहती तो कोई फिल्म पर सवाल उठ ही नहीं सकता था…. चाहे फिर वो किसी भी party या धर्म का ही क्यों ना होता…
6. एक और बात ये है की ये दिखाना की हज़ारों लड़कियां इस तरह इस्लामिक आतंकवादियों के बहकावे में आ कर धर्म परिवर्तन करवा देती हैं और isis में शामिल हो जाती हैं….. वो भी बिना किसी fact के इससे इस्लामिक आतंकवाद को लेकर गुस्सा तो आता ही है….. लेकिन साथ में हिन्दुस्तान और केरला का नाम भी खराब होता है…. साथ ही हिन्दू लड़कियां भी बेवकूफ़ और अपनी धर्म व संस्कृत को लेकर अनजान दिखती हैं…
7. और अंत में ये बात की हाँ इस्लामिक terrorism exists करता है…. isis इतना ही बर्बर है… or इसी तरह काम भी करता होगा जैसा फिल्म में दिखाया गया है…. फिल्म isis के मंसूबों और साजिशों के साथ साथ उनके चंगुल में फांसी मासूम ल़डकियों की सच्चाई को बयां करने में सफल जरूर होता है…. लेकिन half propaganda के साथ…
जी हां ये फिल्म half propaganda फिल्म है… or half propaganda से मेरा मतलब है कि सच्चाई में कुछ गलत जानकारी, एक political पार्टी का एजेंडा और जान बूच कर नफरत को मिलाना…..
फिल्म का मकसद केवल islamic आतंकवाद और उनका शिकार हुई ल़डकियों के दर्द ko दिखाना होता तो शायद फिल्म का इतना विरोध भी ना होता… मेरी राय ये रहेगी कि आप को इस विषय पर फिल्म देखनी है तो आप netflix पर एक फिल्म है caliphate उसे देखिए…. बिना किसी गलत आंकड़े बताकर islamic terrorist की सच्चाई को बताया गया है…. बिना किसी राज्य को और gender को बदनाम कर ke….
मेरे इस रिव्यू पर आप अपनी राय जरूर दीजियेगा….. or बाकी ख़बरों के लिए सुनेगा India को subscribe or follow कर लीजिए ..