किसानों और सरकार के बीच बातचीत में कोई समाधान नहीं, एक किसान की भी मौत
किसानों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अलग-अलग मांगों पर तीसरे दौर की बैठक गुरुवार को हुई। इस बातचीत में पांच घंटे तक चली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अगले दौर की बैठक रविवार (18 फरवरी) को होगी।
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसी भी समाधान को बातचीत से सुलझा सकते हैं। उन्होंने बताया, “हमारे देश के किसान हमारे परिवार के हैं और हम उनके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम बातचीत का दौर जारी रखेंगे, जब तक कोई समाधान न निकल जाए।” इस बीच, किसानों ने पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर डटे रहने का निर्णय लिया है। बैठक के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि सरकार केवल पंजाब के किसानों को लक्ष्य बनाना चाहती है।
किसानों ने पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर डटे रहने का निर्णय किया है। गुरुवार की बैठक के बाद भी अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
किसान नेता शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे 63 वर्षीय एक किसान का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उन्होंने सुबह छाती में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई।