यमुनोत्री धाम 2026 यात्रा की तैयारी शुरू! PWD ने पैदल मार्ग सुधार कार्य किया तेज
उत्तरकाशी।
2026 की चारधाम यात्रा को लेकर लोक निर्माण विभाग (PWD) ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
शीतकाल के लिए यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं, और इन दिनों मौसम साफ रहने के चलते विभाग ने धाम के पैदल मार्ग की मरम्मत और चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया है।
लक्ष्य है कि आगामी यात्रा सीजन से पहले मार्ग को पूरी तरह सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित बनाया जा सके।
मानसून में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ था पैदल मार्ग
इस साल मानसून सीजन में यमुनोत्री धाम क्षेत्र में अत्यधिक अतिवृष्टि हुई, जिससे सड़क और पैदल दोनों मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे।
बारिश और भूस्खलन की वजह से यात्रा कई बार बाधित भी हुई।
इसके बाद जब मौसम सामान्य हुआ तो यात्रा का दबाव अचानक बढ़ गया, जिससे मार्गों की पूरी तरह मरम्मत नहीं हो पाई थी।
अब जबकि 23 अक्टूबर को भैया दूज के अवसर पर यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं, विभाग ने मौके का फायदा उठाते हुए सुधारीकरण कार्य तेज कर दिया है।
PWD की तैयारी – चौड़ाई बढ़ाने पर भी जोर
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता तरुण कंबोज ने बताया कि मौसम फिलहाल पूरी तरह अनुकूल है, इसलिए विभाग ने यमुनोत्री पैदल मार्ग के पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि “आगामी यात्रा काल में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मार्ग को आवागमन योग्य और सुरक्षित बनाया जा रहा है।”
इस दौरान पैदल आवाजाही पूरी तरह बंद है, जिससे कई संकरे हिस्सों को चौड़ा करने और स्लोप दुरुस्ती जैसे कार्य सुचारु रूप से किए जा रहे हैं।
मौसम साफ, काम में तेजी
धाम क्षेत्र में पिछले कई दिनों से मौसम साफ बना हुआ है।
ऐसे में PWD के अधिकारी और श्रमिक दिन-रात काम में जुटे हैं।
टीम का लक्ष्य है कि बर्फबारी शुरू होने से पहले अधिकतम कार्य पूरा कर लिया जाए, ताकि अप्रैल–मई में यात्रा शुरू होते ही यमुनोत्री का पैदल मार्ग सुरक्षित और आकर्षक रूप में यात्रियों को मिले।
6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस वर्ष 6,45,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने मां यमुना के दर्शन किए।
श्रद्धालुओं की भेंट और चढ़ावे से यमुनोत्री मंदिर समिति को करीब 50 लाख रुपए की आय हुई है।
हालांकि, बीते वर्ष की तुलना में इस बार यात्रियों की संख्या में थोड़ी कमी दर्ज की गई, जिसका प्रमुख कारण मौसम की प्रतिकूलता और मार्ग क्षति रहा।
चारधाम यात्रा 2026 को लेकर बढ़ी उम्मीदें
प्रदेश सरकार और लोक निर्माण विभाग 2026 की यात्रा को लेकर यमुनोत्री मार्ग को पूरी तरह सुरक्षित और पर्यावरणीय रूप से संतुलित बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
मार्ग के दोनों ओर सुरक्षा दीवार, रेलिंग, विश्राम स्थल और सूचना बोर्ड लगाए जाने की भी योजना है, ताकि तीर्थयात्रियों को सहज यात्रा अनुभव मिल सके।

