उत्तरकाशी आपदा: गुजराती महिला ने दुपट्टा फाड़कर सीएम धामी को बांधी राखी, राहत कार्यों की सराहना
उत्तरकाशी, उत्तराखंड | 8 अगस्त 2025
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की धराली घाटी इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए ग्राउंड ज़ीरो पर डटे हुए हैं। इस बीच एक भावुक कर देने वाला दृश्य शुक्रवार को देखने को मिला, जब एक गुजराती महिला पर्यटक ने अपना दुपट्टा फाड़कर मुख्यमंत्री धामी की कलाई पर राखी बांधी और उन्हें “रक्षक” कहकर सराहना की।
“आप हमारे रक्षक हैं”: महिला की भावनात्मक अभिव्यक्ति
यह भावनात्मक क्षण तब आया जब गुजरात की एक महिला, जो आपदा में फंसी हुई थी और हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू की गई थी, सीएम धामी से मिली। उसने अपने दुपट्टे का एक हिस्सा फाड़कर राखी बनाई और मुख्यमंत्री को बांधते हुए कहा, “आपने हमें बचाया है, आप हमारे रक्षक हैं।” इस घटना ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने दिया भरोसा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली में आई भीषण आपदा पर चिंता जताते हुए कहा:
“पूरा क्षेत्र प्राकृतिक आपदा से प्रभावित है। कई पुल, सड़कें, होटल, होमस्टे और मकान पूरी तरह तबाह हो गए हैं। लोगों का दुख असहनीय है, लेकिन सरकार पूरी ताकत के साथ हालात सामान्य करने में जुटी है।”
उन्होंने बताया कि बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिशें जारी हैं और मोबाइल नेटवर्क अब हर्षिल घाटी में फिर से काम कर रहा है। सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि जल्द से जल्द सभी सेवाएं सामान्य हो सकें।
आपदा का भयावह मंजर
5 अगस्त की दोपहर लगभग 1:30 बजे खीरगंगा में अचानक आए तेज़ पानी और मलबे के सैलाब ने धराली बाजार को तहस-नहस कर दिया। कई लोग 50 फीट तक मलबे में दब गए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना और वायु सेना की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।
जिला प्रशासन की 8 अगस्त की रिपोर्ट के अनुसार:
- 49 लोग अब भी लापता हैं
- 5 लोगों की मौत की पुष्टि
- 500 पर्यटकों में से 400 का सफल रेस्क्यू
- हर्षिल घाटी और गंगोत्री में हेलीकॉप्टर से राहत कार्य जारी
सेना और बीआरओ बना रहे हैं वैली ब्रिज
गंगनानी क्षेत्र में पुल के टूटने से आवाजाही बाधित है। ऐसे में बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) और सेना मिलकर वैली ब्रिज का निर्माण कर रही हैं, जिसके शुक्रवार शाम तक पूरा होने की उम्मीद है। इससे रेस्क्यू और राहत अभियान में और तेजी आएगी।