उत्तरकाशी में ‘दीदी भुली महोत्सव’ के दौरान मुख्यमंत्री के ऐलानों ने भविष्य की दिशा बदली
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में आयोजित ‘दीदी भुली महोत्सव’ को संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य दीदी-भुलियों को स्वावलंबी और सशक्त बनाने का है। उन्होंने उत्तरकाशी को ‘गंगा और यमुना की लोक संस्कृति, विरासत और आस्था का संगम’ बताया। उन्होंने बताया कि इस जिले में बाबा विश्वनाथ की धरती पर मातृशक्ति का अद्भुत सम्बंध है, जो उनके जीवन में यादगार रहेगा। मुख्यमंत्री ने दीदी-भुलियों की आर्थिक सुरक्षा और बच्चों के पाठशाला जाने के लिए सरकारी नौकरी में 30% आरक्षण का ऐलान किया।
उन्होंने महिला सशक्तिकरण को लेकर ‘लखपति दीदी’, ‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’, ‘एकल महिला सशक्तिकरण योजना’, ‘नन्दा गौरा योजना’, ‘ब्याज मुक्त लोन योजना’ जैसी कई योजनाओं के लाभों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ‘अंतिम छोर तक विकास पहुंचाने’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मजबूती से जुटी हैं। वे उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने का संकल्प लिए हैं।
उन्होंने सिलक्यारा सुरंग में फंसे लोगों की राहत के लिए प्रधानमंत्री और अफसरों की टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि सिलक्यारा ऑपरेशन देश और दुनिया में ध्यान आकर्षित कर रहा था और प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में इसे समय पर पूरा किया गया। वे उससे सम्मान व्यक्त करते हुए बताते हैं कि राम मंदिर का निर्माण अब संभावित हो रहा है और देवभूमि का सनातन स्वरूप बनाए रखने के प्रयास में सरकार निरंतर संघर्षरत है।
उन्होंने जिले के अनुभवी पुलिस द्वारा तैयार की गई टेबल बुक का भी विमोचन किया। इस समारोह में कई स्थानीय नेता भी उपस्थित थे।”