उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक सतर्कता बरतने के निर्देश, सीएम धामी ने ली नुकसान की जानकारी
उत्तराखंड में सोमवार देर रात से लगातार हो रही भारी बारिश ने आपदा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। देहरादून समेत कई जिलों में भूस्खलन, जलभराव और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि, राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं।
सीएम धामी ने लिया आपदा प्रबंधन का जायजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार देर रात राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और संबंधित एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए और लापता लोगों की तलाश तेज की जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार आपदा की इस घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है।
तीन दिनों तक सतर्कता बरतने के निर्देश
मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के प्रशासन को अगले तीन दिनों तक विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी रखी जाए और राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
विभागों को मिले विशेष आदेश
- पेयजल विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में जलापूर्ति तुरंत बहाल करने और पानी की गुणवत्ता की लगातार जांच करने के निर्देश दिए गए।
- स्वास्थ्य विभाग को आपदा के बाद संभावित बीमारियों से निपटने के लिए तैयार रहने और विशेष टीमें तैनात करने को कहा गया।
- आपदा परिचालन केंद्र को सभी जिलों और विभागों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखने के आदेश दिए गए।
सीएम धामी ने यह भी कहा कि आपदा बचाव में साहसिक कार्य करने वाले नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा।
केंद्र सरकार का सहयोग
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर उत्तराखंड की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
सीएम की जनता से अपील
मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।