उत्तराखंड में बारिश का कहर, अब तक 42 लोगों की मौत, 169 सड़कें बंद
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है, जबकि मैदानी इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
लगातार बारिश के चलते नदियाँ और नाले उफान पर हैं। आपदा के कारण 48 बड़े और 89 छोटे पशुओं की मौत हो चुकी है। वहीं, 1594 मकानों को आंशिक, 63 मकानों को गंभीर और 40 मकानों को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 29 गौशालाएँ भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
धराली (उत्तरकाशी) जैसे प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य जारी है। अब तक 1308 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है और प्रभावितों को भोजन व अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
सड़क मार्ग पर भी बारिश का गहरा असर पड़ा है। वर्तमान में प्रदेश में 169 सड़कें बाधित हैं, जिनमें 7 राष्ट्रीय राजमार्ग (NH), 6 राज्य मार्ग (SH), 1 बॉर्डर रोड, 57 पीडब्ल्यूडी और 96 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। 17 अगस्त को देहरादून, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 18 से 20 अगस्त तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट लागू रहेगा।