उत्तराखंड विधानसभा सत्र: कानून व्यवस्था पर चर्चा से पहले ही विपक्ष का हंगामा, सीएम धामी बोले- “खुद तोड़ा कानून”
Uttarakhand Assembly Monsoon Session 2025:
गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में चल रहे विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस विधायकों ने कानून व्यवस्था और पंचायत चुनाव को लेकर सरकार पर निशाना साधा, लेकिन सदन के भीतर भारी हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया। लगातार नारेबाजी के चलते विधानसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
सीएम धामी का विपक्ष पर तंज
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विपक्ष के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा—
“जो लोग कानून व्यवस्था पर चर्चा करने आए थे, उन्होंने खुद सदन के अंदर कानून-व्यवस्था तोड़ डाली। कांग्रेस ने लोकतांत्रिक मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाईं और गंभीर बहस होने नहीं दी।”
सीएम ने यह भी कहा कि सरकार आपदा और कठिन परिस्थितियों के बावजूद जनता की भावनाओं को देखते हुए सदन गैरसैंण लाई है, ताकि विकास और जनता के मुद्दों पर बहस हो सके।
पंचायत चुनावों पर भी बयान
धामी ने पंचायत चुनावों में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने भाजपा को निकाय, पंचायत और विधानसभा चुनावों में जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन कांग्रेस अपनी हार स्वीकार नहीं कर पा रही और कभी ईवीएम, कभी चुनाव आयोग पर ठीकरा फोड़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस का पलटवार
दूसरी ओर कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने आरोप लगाया कि सरकार की हठधर्मिता की वजह से लगातार कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या के साथ बदसलूकी की गई, जो लोकतंत्र के लिए बेहद शर्मनाक है।
कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष की जिम्मेदारी जनता की आवाज उठाना है, और यदि सरकार कानून व्यवस्था पर चर्चा से बचती है तो यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि सरकार को चुनावी फायदों से ऊपर उठकर अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए थे।