टिहरी में दर्दनाक हादसा: कांवड़ियों से भरा ट्रक पलटा, 14 घायल, 4 की हालत गंभीर
टिहरी गढ़वाल — उत्तराखंड के टिहरी जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ा हादसा हो गया। हरियाणा के कांवड़ियों से भरा एक ट्रक ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे-34 पर वैलधार के पास पलट गया। इस हादसे में 14 कांवड़िए घायल हो गए, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और गंभीर रूप से घायलों को नई टिहरी के उच्च चिकित्सा केंद्र भेजा गया है।
🚨 कैसे हुआ हादसा?
- हादसा रविवार शाम करीब 4:30 बजे हुआ।
- ट्रक (नंबर: HR38AA 0749) में कुल 38 कांवड़िए सवार थे।
- जैसे ही ट्रक कमांद-सांकरी क्षेत्र के पास पहुंचा, उसका पीछला हिस्सा चेसिस से अलग होकर पलट गया।
- सभी कांवड़िए हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रामगढ़ गांव के निवासी हैं।
- वे 16 जुलाई को गंगोत्री यात्रा पर निकले थे और 19 जुलाई को डाक कांवड़ लेकर हरिद्वार लौट रहे थे।
🏥 गंभीर रूप से घायल कांवड़िए
इन चार लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया:
- अनूप (40 वर्ष)
- गोविंद (25 वर्ष)
- नितिन (18 वर्ष)
- मनीष
🩺 अन्य घायल कांवड़िए (हल्की चोटें):
- सूरज पुत्र निहाल
- श्रवण कुमार पुत्र मुकेश कुमार
- सुरेश कुमार पुत्र ईश्वर सिंह
- नितिन पुत्र संदीप
- शीशपाल पुत्र लाला राम
- धर्मेंद्र पुत्र रामदास
- अनूप पुत्र रामवतार
- राहुल पुत्र सुनील
- दो अन्य की पहचान शेष
सभी घायल रेवाड़ी, हरियाणा के रहने वाले हैं।
🚓 रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रशासन की मौजूदगी
हादसे की सूचना मिलते ही छाम थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
थानाध्यक्ष सुखपाल मान ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य तत्काल शुरू किया गया।
डॉ. अभिलाषा, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, अपनी टीम के साथ मौके पर मौजूद रहीं और घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया।
🧍♂️ हादसे के बाद लगा जाम, जुटी भीड़
घटना के बाद हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और श्रद्धालु मौके पर एकत्र हो गए।
पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सामान्य किया।
🕉️ शिवरात्रि से पहले बढ़ रही है भीड़, सरकार सतर्क
बता दें कि 23 जुलाई को शिवरात्रि है। कांवड़ मेले का आखिरी चरण शुरू हो चुका है और डाक कांवड़िए बड़ी संख्या में हरिद्वार की ओर लौट रहे हैं।
उत्तराखंड सरकार के अनुसार, इस वर्ष कांवड़ यात्रा में लगभग 5 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सरकार और प्रशासन को अत्यधिक सतर्कता बरतनी पड़ रही है।