हेमंत द्विवेदी बने बदरी-केदार मंदिर समिति के नए अध्यक्ष, सरकार ने दो उपाध्यक्षों की भी की नियुक्ति
देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पूरे उत्साह के साथ जारी है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट पहले ही श्रद्धालुओं के लिए खोले जा चुके हैं, वहीं 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसी बीच उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम उठाया है। सरकार ने बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष पद पर हेमंत द्विवेदी की नियुक्ति की है। इसके साथ ही दो उपाध्यक्षों की भी घोषणा की गई है।
बदरी-केदार मंदिर समिति, जो श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ धामों के संचालन और व्यवस्थापन के लिए उत्तरदायी है, पिछले कुछ महीनों से बिना स्थायी अध्यक्ष के कार्य कर रही थी। जनवरी 2025 में अध्यक्ष पद रिक्त हो गया था, और तब से यह पद प्रतीक्षारत था। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस महत्वपूर्ण पद पर नई नियुक्तियाँ की गई हैं।
हेमंत द्विवेदी को BKTC का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वे पौड़ी गढ़वाल के निवासी हैं और क्षेत्रीय अनुभव के साथ धार्मिक व्यवस्थाओं में उनकी गहरी समझ को देखते हुए उन्हें यह दायित्व सौंपा गया है। उनके साथ दो उपाध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं—चमोली जिले के ऋषि प्रसाद सती और रुद्रप्रयाग जिले के विजय कपरवान।
सरकार द्वारा यह निर्णय तीर्थ क्षेत्रों में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या, प्रबंधन की जटिलता, और प्रशासनिक समन्वय को देखते हुए लिया गया है। समिति के कार्यक्षेत्र में विस्तार और चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने के लिए अब एक से अधिक उपाध्यक्षों की आवश्यकता महसूस की गई।
तीनों नियुक्त व्यक्ति—हेमंत द्विवेदी, ऋषि प्रसाद सती और विजय कपरवान—उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों से आते हैं, जिससे क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और बेहतर निर्णय प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीनों नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि उनके अनुभव, समर्पण और दूरदृष्टि से मंदिर समिति का संचालन और भी प्रभावी और पारदर्शी होगा।
यह निर्णय न केवल चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि तीर्थयात्रियों को अधिक सुविधाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उम्मीद की जा रही है कि यह नई नेतृत्व टीम चारधाम यात्रा की व्यवस्था को एक नई ऊंचाई तक ले जाएगी।