रोहित शर्मा एक बार फिर पिता बनने वाले हैं, लेकिन इस खुशी के साथ आ रहे हैं कुछ चैलेंजेस
रोहित शर्मा एक बार फिर पिता बनने वाले हैं, और इस बार ये खुशी उन्हें कुछ खास चैलेंजेस भी दे रही है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली रोमांचक बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में रोहित शर्मा मैदान पर खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे। इसका कारण ये है कि उनकी पत्नी रितिका को जल्द ही बच्चे होने वाला है, और रोहित उनकी मौजूदगी के लिए परिवार के साथ रहना चाहते हैं। ऐसे में ये भी हो सकता है कि रोहित दूसरे टेस्ट मैच में भी ना खेल पाएं।
सुनील गावस्कर का बयान: रोहित के पहले टेस्ट से बाहर होने की खबरें पहले से ही चर्चा में थीं। इस पर सुनील गावस्कर ने कहा कि अगर रोहित शर्मा पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाते हैं, तो उन्हें कप्तानी छोड़कर केवल बतौर बल्लेबाज ही टीम में हिस्सा लेना चाहिए। गावस्कर के मुताबिक, पहले टेस्ट मैच में रोहित का होना टीम के लिए जरूरी है, क्योंकि अगर वह नहीं खेलते हैं, तो उपकप्तान पर दबाव बढ़ेगा।
यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारतीय टीम हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 3-0 से सीरीज हार चुकी है। इस हार के बाद रोहित शर्मा न केवल अपनी कप्तानी के लिए बल्कि अपनी पर्फॉर्मेंस के लिए भी आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं।
एरोन फिंच का समर्थन: गावस्कर के बयान के बाद, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एरोन फिंच ने रोहित शर्मा के समर्थन में बयान दिया। फिंच ने कहा, “मैं सनी (सुनील गावस्कर) से असहमत हूं। रोहित शर्मा भारतीय टीम के कप्तान हैं। अगर उन्हें घर पर रहना है क्योंकि उनकी पत्नी को बच्चा होने वाला है, तो यह एक बहुत खूबसूरत पल है। इस मामले में उन्हें जितना समय चाहिए, वह ले सकते हैं।”
फिंच का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और रोहित की पत्नी रितिका ने इस पोस्ट पर फिंच को टैग करते हुए सेल्यूट वाला इमोजी भी कमेंट किया।
कप्तानी पर चर्चा: रोहित शर्मा के पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद, भारतीय टीम में कप्तानी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने सुझाव दिया कि रोहित की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह को कप्तानी सौंपनी चाहिए। पोंटिंग के मुताबिक, बुमराह के पास कप्तानी का अनुभव है और वह एक बेहतरीन गेंदबाज होने के साथ-साथ निर्णय लेने की क्षमता भी रखते हैं। हालांकि, पोंटिंग ने यह भी कहा कि बुमराह के लिए कप्तानी करना आसान नहीं होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा। इस दौरे के लिए भारतीय टीम में रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, अभिमन्यु ईश्वरन, शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा, यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, विराट कोहली, प्रसिद्ध कृष्णा, ऋषभ पंत, केएल राहुल, हर्षित राणा, नीतीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज और वाशिंगटन सुंदर को चुना गया है।
इस सीरीज के दौरान भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैच जीतने होंगे, जो फिलहाल चुनौतीपूर्ण लगता है। सुनील गावस्कर ने भी कहा है कि भारत को ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से नहीं हराना चाहिए और फिलहाल बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
न्यूजीलैंड के खिलाफ खराब प्रदर्शन: न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की खराब पर्फॉर्मेंस ने भारतीय टीम के आत्मविश्वास को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गवस्कर ट्रॉफी में भारत को चुनौती का सामना करना पड़ेगा, और इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया फिलहाल फेवरेट टीम मानी जा रही है।
आपका क्या अनुमान है? आपको क्या लगता है कि इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का परिणाम क्या होगा? क्या भारत ऑस्ट्रेलिया को मात दे पाएगा या फिर ऑस्ट्रेलिया इस बार जीत हासिल करेगा? हमें कमेंट बॉक्स में अपने विचार जरूर बताएं।