पोंटिंग ने क्यों कहा गंभीर चिड़चिड़े हैं
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले क्रिकेट जगत में एक नई जुबानी जंग शुरू हो गई है। यह जंग ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग और भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर के बीच है। पॉन्टिंग ने भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की खराब फॉर्म पर चिंता जताई थी, जिसे लेकर गंभीर ने तीखा प्रतिक्रिया दी। इस विवाद ने न केवल दोनों खिलाड़ियों के बीच, बल्कि भारतीय क्रिकेट के फैंस और विशेषज्ञों के बीच भी हलचल मचा दी है।
पॉन्टिंग का बयान
पॉन्टिंग ने हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले विराट कोहली के फॉर्म पर चिंता जताई थी। पॉन्टिंग का कहना था कि विराट कोहली एक महान खिलाड़ी हैं, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन पिछले पांच सालों में सिर्फ दो टेस्ट शतक उनके लिए चिंता का विषय हैं। पॉन्टिंग ने कहा, “यह आंकड़ा निश्चित रूप से चिंता का विषय है। ऐसे कई बल्लेबाज होंगे जिन्होंने इतने लंबे समय में केवल दो शतक बनाए हों, लेकिन विराट को लेकर यह सवाल उठाना जरूरी है।”
पॉन्टिंग ने यह भी कहा था कि विराट कोहली को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा, और वह यहां वापसी कर सकते हैं।
गंभीर का तीखा जवाब
गौतम गंभीर ने पॉन्टिंग के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “पॉन्टिंग को भारतीय क्रिकेट से क्या लेना-देना है? उन्हें अपनी ऑस्ट्रेलियाई टीम के बारे में सोचना चाहिए। मुझे विराट और रोहित के फॉर्म को लेकर कोई चिंता नहीं है। ड्रेसिंग रूम में जो भूख और प्रतिबद्धता है, वह मेरे लिए महत्वपूर्ण है। मुझे पूरा यकीन है कि दोनों के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने की भूख अभी भी बाकी है।”
संजय मांजरेकर का तंज
गंभीर के इस बयान पर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी प्रतिक्रिया दी। मांजरेकर ने कहा कि गौतम गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूर रहना चाहिए, क्योंकि वह न तो सही शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, न ही उनका व्यवहार सही रहता है। मांजरेकर ने यह भी सुझाव दिया कि बीसीसीआई को प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिम्मेदारी गंभीर के बजाय रोहित शर्मा और अजय आगरकर को देनी चाहिए।
पॉन्टिंग का सफाई देना
पॉन्टिंग ने गंभीर के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं गंभीर की प्रतिक्रिया देखकर हैरान नहीं था, क्योंकि वह वैसे भी चिड़चिड़े स्वभाव के हैं। मुझे पूरा यकीन है कि अगर विराट से पूछा जाए, तो वह खुद भी चिंतित होंगे कि वह पहले जैसा फॉर्म क्यों नहीं दिखा पा रहे।” पॉन्टिंग ने साफ किया कि उनका विराट पर कोई हमला नहीं था, और उन्होंने केवल यह कहा था कि विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
विराट और रोहित की फॉर्म पर चिंता
गंभीर के बयान के बावजूद, भारतीय क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच विराट और रोहित की फॉर्म पर चिंता बनी हुई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खेले गए मुकाबलों में दोनों बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था, और ऐसे में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले उनका फॉर्म में आना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
गंभीर का पोंटिंग पर किया गया पलटवार विवाद को और बढ़ा सकता है, क्योंकि उनके इस बयान से यह संदेश गया कि वह आलोचनाओं के प्रति सहिष्णु नहीं हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच होने के नाते, गंभीर को अपनी प्रतिक्रिया सोच-समझकर देनी चाहिए थी, ताकि टीम का स्टैंड स्पष्ट रहे। संजय मांजरेकर का यह कहना भी उचित है कि गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस का काम दूसरों को सौंप देना चाहिए, ताकि यह विवाद और न बढ़े।