नैनीताल में तनाव का माहौल, केदारनाथ से लौटते ही सीएम धामी ने बुलाई आपात बैठक, दिया सख्त संदेश
– CM Dhami Meeting on Nainital Situation
देहरादून/नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में 12 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। घटना के बाद से ही नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में लोगों का गुस्सा उबाल पर है। आरोपी की उम्र करीब 65 साल है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन जनता का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी समेत संवेदनशील क्षेत्रों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। वहीं, केदारनाथ धाम से लौटते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मुद्दे को लेकर देहरादून में एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई।
बैठक में पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, नैनीताल के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित कुमाऊं मंडल के कमिश्नर और आईजी रिद्धिमा अग्रवाल भी शामिल रहीं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े नैनीताल और उधम सिंह नगर के अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने दो टूक कहा कि राज्य में किसी भी कीमत पर अराजकता फैलने नहीं दी जाएगी।
सीएम धामी का सख्त संदेश:
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर ऐसी घिनौनी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। हम पीड़िता और उसके परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। साथ ही जो लोग इस मौके का फायदा उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे तत्वों की पहचान कर तत्काल उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सभी जिलों में वेरिफिकेशन ड्राइव तेज करने के आदेश:
सीएम धामी ने राज्य के सभी जिलों में किरायेदारों, मजदूरों, दुकानदारों और बाहरी व्यक्तियों का सघन सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।

पृष्ठभूमि: 30 अप्रैल की रात को नैनीताल में एक 12 साल की बच्ची के साथ 65 वर्षीय व्यक्ति मो. उस्मान द्वारा कथित दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। घटना के बाद नैनीताल शहर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। 1 मई को नैनीताल शहर पूरी तरह बंद रहा। आक्रोशित लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और पुलिस थाने को घेर लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है।इस बीच, नगर पालिका ने आरोपी का घर अवैध बताते हुए उसे ध्वस्त करने का नोटिस भी जारी किया था, लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर फिलहाल रोक लगा दी है।
निष्कर्ष: नैनीताल की यह घटना राज्य के लिए एक संवेदनशील चुनौती बन गई है। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में सरकार और प्रशासन हर पहलू पर पैनी नजर बनाए हुए है। राज्य सरकार की प्राथमिकता साफ है— कानून का राज स्थापित करना, पीड़िता को न्याय दिलाना और प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखना।