मसूरी में फंसे 2 हजार पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया, नदी का रुख मोड़कर रिजॉर्ट बनाने वाले पर होगी कार्रवाई
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और मसूरी में बीते 15-16 सितंबर की रात को आई आपदा के बाद हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। देहरादून-मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर से आगे बना पुल टूट जाने से मसूरी का संपर्क कट गया था, जिसके चलते करीब 2 हजार पर्यटक फंस गए थे। प्रशासन ने युद्धस्तर पर काम करते हुए बेली ब्रिज तैयार किया और अब हल्के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। इसके बाद सभी पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को मसूरी के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सीएम धामी ने आपदा पीड़ितों से मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि सरकार हर संभव मदद करेगी। साथ ही राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
इधर, मालदेवता क्षेत्र के किसनपुरी बांडावाली में नदी का रुख मोड़कर अवैध तरीके से रिजॉर्ट बनाने के मामले में प्रशासन सख्त हो गया है। इस अवैध निर्माण के कारण बाढ़ में करीब 150 मीटर सड़क बह गई और 6 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ। जिलाधिकारी सविन बंसल ने मौके का निरीक्षण कर रिजॉर्ट मालिक के खिलाफ कार्रवाई और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
इस बीच, लोक निर्माण विभाग लगातार मलबा हटाने और सड़कों की निगरानी में जुटा हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से देहरादून-मसूरी रोड और वैली ब्रिज का सेफ्टी ऑडिट भी कराया जा रहा है, ताकि यातायात पूरी तरह से सुचारू रखा जा सके।