सावन से पहले अद्भुत दृश्य: अलकनंदा ने किया कोटेश्वर महादेव का जलाभिषेक, पहली बार जलमग्न हुई गुफा
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर की पवित्र गुफा इस बार सावन से पहले ही जलमग् हो गई है। यह दृश्य हर साल सावन मास में एक दिन देखने को मिलता था, लेकिन इस वर्ष पहली बार अषाढ़ महीने में ही अलकनंदा नदी मंदिर की गुफा तक पहुंच गई और भगवान शिव का स्वाभाविक जलाभिषेक कर बैठी।
🌊 30 मीटर ऊपर तक पहुंची अलकनंदा नदी
कोटेश्वर गुफा, जिला मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह अलकनंदा नदी से लगभग 30 मीटर ऊपर बनी हुई है। स्थानीय निवासी रवि सिंधवाल बताते हैं कि ऐसा दृश्य केवल सावन माह में ही देखने को मिलता था, लेकिन अब अलकनंदा का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि गुफा पूरी तरह से जलमग्न हो गई।
☔ लगातार मूसलाधार बारिश से उफान पर नदी
बदरीनाथ क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। नतीजतन, नदी-नाले उफान पर हैं, और पहाड़ों से भूस्खलन के कारण राजमार्ग व लिंक मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहे हैं। मौसम में आए असामान्य बदलाव के कारण सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
📷 सुबह 4 बजे दिखा दुर्लभ नजारा
25 जून की सुबह, जब स्थानीय दुकानदार अपनी दुकानें खोलने के लिए पहुंचे, तो उन्हें ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सबको चौंका दिया। उन्होंने देखा कि अलकनंदा नदी, गुफा के अंदर तक पहुंच गई है और शिवलिंग पर जलाभिषेक हो रहा है। श्रद्धालु इसे शिव की कृपा मान रहे हैं, जबकि विशेषज्ञ इसे प्राकृतिक असंतुलन का संकेत कह रहे हैं।
🌱 पर्यावरणविदों की चेतावनी
पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र बद्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि नदियों में लगातार राजमार्गों और लिंक मार्गों का मलबा डाला जा रहा है। इससे नदियों की धाराएं ऊंची हो रही हैं और वे अपने मूल प्रवाह से ऊपर बहने लगी हैं, जो भविष्य में भारी आपदा का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा, “यह दृश्य आस्था का प्रतीक हो सकता है, लेकिन यह पर्यावरणीय संकट का भी बड़ा संकेत है।”
🔍 निष्कर्ष: आस्था और चिंता दोनों का समय
जहां एक ओर श्रद्धालु इसे भगवान शिव की कृपा मानकर अभिभूत हो रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक और पर्यावरण विशेषज्ञ इसे जलवायु परिवर्तन और मानवजनित हस्तक्षेप का सिर्फ ट्रेलर मान रहे हैं। समय रहते चेतना ज़रूरी है, नहीं तो प्रकृति का यह अद्भुत दृश्य भविष्य की विनाशकारी चेतावनी भी बन सकता है।