देहरादून में कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर शहीदों को श्रद्धांजलि, परिजनों और पूर्व सैनिकों का सम्मान
देहरादून: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर देहरादून के बद्रीपुर स्थित संस्कार इंटरनेशनल स्कूल में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। मिशन 4जी और सोसाइटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में वीर रस कवि गोष्ठी और स्कूली बच्चों की प्रस्तुतियों ने राष्ट्रवाद का जज्बा जगाया।

मुख्य अतिथि के रूप में बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मौजूद रहे, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी. के. अहलुवालिया और पूर्व कर्नल विनोद कुमार पैन्यूली ने अतिविशिष्ट और विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह बिष्ट, युवा प्रभारी सुभाष बर्त्थवाल और महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रुचि भट्ट भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में शहीद हुए 11 सैनिकों, देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले 9 अन्य सैनिकों और ड्यूटी के दौरान शहीद हुए 6 सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 5 मेडल प्राप्त पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया। शहीदों के परिजनों की नम आँखें और भावुक क्षणों ने सभी के दिलों को छू लिया।
मिशन 4जी के संस्थापक सुभाष चंद्र भट्ट ने बताया कि देहरादून के 31 सैनिक परिवारों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि शहीदों के परिजनों और पूर्व सैनिकों का सम्मान करना गर्व का क्षण है।

सम्मानित किए गए कारगिल के शहीद
- श्रीमती कलावती बिष्ट धर्मपत्नी अमर शहीद हवलदार रंजीत सिंह बिष्ट।
- श्री कुलदीप सिंह भंडारी भाई अमर शहीद श्री जयदीप सिंह भंडारी
- श्री प्रवीण सिंह राणा भाई अमर शहीद श्री दिलबर सिंह राणा
- श्री देवेंद्र सिंह भाई अमर शहीद नायक बृजमोहन सिंह नेगी, वीर चक्र।
- श्री सुनील गुरुंग भाई अमर शहीद श्री संजय गुरुंग।
- श्रीमती कविता असवाल धर्मपत्नी अमर शहीद लांस नायक सुरमान सिंह असवाल, सेना मेडल
- श्रीमती सरला बिष्ट धर्मपत्नी अमर शहीद श्री रणजीत सिंह बिष्ट
- श्री संदीप सिंह बिष्ट पुत्र अमर शहीद हवलदार ज्ञान सिंह बिष्ट , सेना मेडल.
- श्री संजय कांडपाल भाई अमर शहीद श्री सुनील कांडपाल.
- श्रीमती गंगा देवी धर्मपत्नी अमर शहीद नायक हीरा सिंह.
- श्री दीपक नेगी पुत्र अमर शहीद मदन सिंह नेगी
आतंकवादियों/उग्रवादियों/ मावोवादियों/ नक्सलियों के विरुद्ध प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद
- श्रीमती रश्मि पंत धर्मपत्नी अमर शहीद हवलदार उपदेश कुमार पंत
- श्रीमती लक्ष्मी तोमर धर्मपत्नी अमर शहीद सूबेदार अजय वर्धन तोमर।
- श्रीमती संपत्ति राणा धर्मपत्नी अमर शहीद श्री राय सिंह राणा।
- श्री उत्तम सिंह भंडारी भाई अमर शहीद कमांडो सुरजन सिंह भंडारी, कीर्ति चक्र
- श्रीमती संगीता रांगड़ बहिन अमर शहीद नायक विनोद सिंह भंडारी।
- कप्तान चंद्र प्रकाश नैनवाल पिताश्री अमर शहीद दीपक नैनवाल.
- श्रीमती विनीता रावत धर्मपत्नी अमर शहीद मानवेंद्र सिंह रावत.
- श्रीमती आशा रावत माताजी अमर शहीद श्री संदीप सिंह रावत.
- श्रीमती कुसुम शर्मा धर्मपत्नी अमर शहीद राजेश शर्मा.
ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले वीर योद्धा
- श्रीमती लक्ष्मी गुसाई धर्मपत्नी अमर शहीद हवलदार अनूप सिंह गुसांई
- श्रीमती पिंकी पंवार धर्मपत्नी अमर शहीद श्री राजेंद्र सिंह पंवार
- श्रीमती कोटेश्वरी देवी धर्मपत्नी अमर शहीद हवलदार बलवीर सिंह
- श्रीमती मधु कुकरेती माताजी अमर शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुमार
- श्रीमती सरला थापा माताजी अमर शहीद हवलदार विशाल थापा
- श्रीमती रेखा गुसाई धर्मपत्नी शहीद हेड कांस्टेबल वीर सिंह गुसांई सीमा सुरक्षा बल
मेडल प्राप्त वीर योद्धा
- आनरेरी कप्तान बिजेंद्र थापा , 18 J&K Rif.
- आनरेरी कप्तान जगदीश सिंह गुसाई, सेना मैडल.
- कर्नल राकेश कुकरेती, शौर्य चक्र, संस्थापक नॉक्स मेमोरियल स्कूल, नवादा
- कप्तान सुधीर कुमार थापा , सेना मेडल 2 J&K Rif
- कप्तान खुशीमान गुरुंग, वीर चक्र, फर्स्ट नागा रेजीमेंट

लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. वी. के. अहलुवालिया और पूर्व कर्नल विनोद कुमार पैन्यूली ने सेना के पराक्रम को सलाम करते हुए युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित किया। वीर रस कवि गोष्ठी में कविताओं के जरिए शहीदों के साहस और बलिदान की गाथा सुनाई गई, जबकि स्कूली बच्चों की प्रस्तुतियों ने सभी को तालियां बजाने पर मजबूर किया।
कार्यक्रम का संचालन जितेंद्र सिंह मियां ने शानदार ढंग से किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की सैनिक परंपरा अनूठी है, जहां शहीदों के परिवारों से भी लोग सेना में भर्ती होकर देश सेवा करते हैं। सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर एस. के. साहू ने बताया कि सिविल डिफेंस में अब 45 से 55 वर्ष की आयु के पूर्व सैनिकों की भर्ती की जाएगी और युवाओं से सेना में शामिल होने का आह्वान किया।