कैलाश मानसरोवर यात्रा का चौथा जत्था पहुंचा टनकपुर, पारंपरिक अंदाज में हुआ स्वागत
– KAILASH MANSAROVAR YATRA 2025 UPDATE
पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद दोबारा शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा के चौथे जत्थे ने सोमवार शाम उत्तराखंड के टनकपुर में प्रवेश किया। इस दल में देशभर के 15 राज्यों से आए 48 श्रद्धालु शामिल हैं, जिनका शारदा पर्यटक आवास गृह में पारंपरिक कुमाऊंनी रीति-रिवाजों से भव्य स्वागत किया गया।
टनकपुर में भव्य स्वागत समारोह
टनकपुर पहुंचने पर यात्रियों का स्वागत केएमवीएन (कुमाऊं मंडल विकास निगम) के कर्मचारियों और माँ पूर्णागिरि पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा किया गया।
स्वागत समारोह की अगुवाई पर्यटक आवास गृह के प्रबंधक मनोज कुमार और समिति की अध्यक्ष दीपा देवी ने की। ढोल-नगाड़ों और “हर हर महादेव” के जयकारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूब गया।
यात्रियों ने कुमाऊंनी संस्कृति और उत्तराखंडी आतिथ्य की जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि इस क्षेत्र की पारंपरिक मेहमाननवाजी मन को छू जाने वाली है।
48 यात्रियों में शामिल हैं 20 से 67 वर्ष तक के शिवभक्त
इस दल में शामिल श्रद्धालु छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से आए हैं।
इनकी उम्र 20 वर्ष से लेकर 67 वर्ष तक है। सोमवार को टनकपुर पहुंचने के बाद सभी यात्रियों ने रात शारदा टीआरसी गेस्ट हाउस में विश्राम किया, और मंगलवार सुबह वे कैलाश मानसरोवर की ओर आगे की यात्रा पर रवाना हुए।
तीर्थ यात्रा की ऐतिहासिक बहाली
गौरतलब है कि 3 जुलाई को टनकपुर से कैलाश मानसरोवर यात्रा की विधिवत शुरुआत हुई थी। यह यात्रा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष प्रयासों से दोबारा शुरू हो सकी है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से टनकपुर रूट को फिर से चालू किया गया, जिससे स्थानीय स्तर पर उत्साह का माहौल है।
टनकपुर में व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारी
इस अवसर पर महेश कुमार, बद्रीराम, मनीष मेहरा, पहलाद राम, सुंदर रावत सहित कई अधिकारी और केएमवीएन कर्मी उपस्थित रहे, जिन्होंने यात्रियों की व्यवस्था संभालने में अहम भूमिका निभाई।