भोले के जयकारों के साथ रवाना हुआ कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 का दूसरा जत्था, श्रद्धा और उत्साह से भरे नजर आए यात्री
टनकपुर, उत्तराखंड: पाँच साल के लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 में श्रद्धालुओं के जत्थे लगातार रवाना हो रहे हैं। 9 जुलाई को यात्रा का दूसरा जत्था भी भोलेनाथ के जयकारों के बीच टनकपुर से आगे के पड़ाव के लिए रवाना हुआ।
🚩 दूसरा जत्था रवाना, यात्रियों में दिखा उत्साह
यात्रा के इस दूसरे दल में कुल 48 यात्री शामिल हैं, जिनमें 34 पुरुष और 14 महिलाएं हैं। जत्था 8 जुलाई की शाम को टनकपुर पहुंचा था, जहां यात्रियों का पारंपरिक उत्तराखंडी व्यंजन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
9 जुलाई को, कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) के अतिथि गृह से जत्थे को रवाना किया गया। इस दौरान सीएम कैंप कार्यालय चंपावत के नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल, सीएम प्रतिनिधि दीपक रजवार, टीआरसी मैनेजर मनोज कुमार और पर्यावरण संरक्षण समिति की अध्यक्ष दीपा देवी ने हरी झंडी दिखाकर यात्रियों को अगली मंज़िल के लिए विदा किया।
🌄 यात्रा का रूट: टनकपुर से कैलाश तक
दूसरा जत्था टनकपुर से पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुआ, जहां से ये जत्था धारचूला, गूंजी, नाभी ढांग होते हुए लिपुलेख दर्रे के रास्ते कैलाश मानसरोवर पहुंचेगा।
🙏 शामिल रहीं मीनाक्षी लेखी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेत्री मीनाक्षी लेखी भी यात्रियों के साथ दूसरे जत्थे का हिस्सा रहीं। उन्होंने यात्रा के दौरान की गई व्यवस्थाओं और सरकार की तैयारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार और केएमवीएन का आतिथ्य शानदार है और यात्रा बेहद सुव्यवस्थित लग रही है।
🕉️ पहला जत्था रवाना हुआ था 5 जुलाई को
गौरतलब है कि पहला जत्था 4 जुलाई को टनकपुर पहुंचा था और 5 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद उन्हें हरी झंडी दिखाकर आगे के पड़ाव के लिए रवाना किया था। उस जत्थे में कुल 45 यात्री शामिल थे।
📸 यात्रियों में दिखा खास उत्साह
जैसे ही भोलेनाथ के जयकारों के बीच जत्था आगे बढ़ा, माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। यात्रियों ने कहा कि वर्षों का सपना आज साकार हो रहा है और वे स्वयं को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें भगवान शिव के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
✅ निष्कर्ष:
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड पर्यटन और राज्य सरकार की बेहतरीन व्यवस्थाओं का भी उदाहरण बन रही है। जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ेगी, श्रद्धा और उत्साह का कारवां भी ऊंचाई की ओर बढ़ता रहेगा।