उत्तराखंड में आने वाले भूकंप की चेतावनी से डरना जरूरी है
उत्तराखंड में एक बड़ा भूकंप आने वाला है. और वो भूकंप भयंकर तबााही लेकर आएगा.
भूकंप का ये डर जो कई सालों से वैज्ञानिकों को डरा रहा है वो डर तुर्की में आए भयानक भूंकप के बाद से उत्तराखंड के लोगों के दिलों में बैठ गयाा है.
नेशनल जियो फिजिकल फिजिकल इंस्टिट्यूट (NGRI) ने ये आशंका जताई है की उत्तराखंड में करीब 8 रेक्टर स्केल का भूकंप आन ही आना ही है. कब आएगा ये नहीं पता लेकिन आएगा. आखीरी बार उत्तराखंड में 1803 में को ई बढ़ा भूकंप आया था. और क्योंकि उस समय रेक्टर स्केल को नापने का कोई जरिया नहीं था इसलिए उसकी तीव्रता बताना मुश्किल है, लेकिन भूंकप 8 रेक्टर स्केल का बताया जाता है. उस समय भूकंप की वजह से करीब 70 से 80 प्रतिशत मकानों को नुकसान हुआ था.
हमारा देश 2 से लेकर 5 तक के सेस्मिक जोन्स में डिवाइडेडे है. जिन जगहों पर भूकंप आने की संभावना बहुत ज्यादा होती है, उन्हें सिस्मिक जोन कहा जाता है. वैज्ञानिकों की भाषा में इन्हें उच्च जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र कहा जाता है. जिसमें रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी सबसे ज्यादा EARTH QUAKE PRON AREAS में रहते हैं. ये जिले सेस्मिक जोन 5 में आते हैं औऱ बकी बचे राज्य सेस्मिक जोन 4 के अंदर आते हैं. जिसका मतलब पूरा का पूरा उत्तराखंड की भूकंप के लिहाज से बोहोत ज्यादा संवेदनशील है.
ऐसे में डरना लाजिमी है. इससे पहले भी आप देख या सुन चुके होंगे किस तरह भूकंप ने तबाही मचाई है. उत्तरकाशी में 1991 में 6.8 , 1999 में चमोली में 6.6 का भूकंप आया, 2017 में रुद्रप्रयाग में भी 5.7 का भूकंप आ चुका है. ऐसे में जागरुक्ता बहुत जरूरी है.