हल्द्वानी की ‘रबर डॉल’ हर्षिका रिखाड़ी को फिर मिला ‘योग रत्न’ सम्मान, 8 साल की उम्र में चमकाया उत्तराखंड का नाम
देहरादून: ऋषिकुल योगपीठ की ओर से राजधानी में आयोजित राष्ट्रीय महा शिखर सम्मेलन में हल्द्वानी की नन्ही योगिनी हर्षिका रिखाड़ी ने एक बार फिर सबका दिल जीत लिया। ‘रबर डॉल’ के नाम से मशहूर 8 वर्षीय हर्षिका को यहां ‘योग रत्न सम्मान’ से नवाज़ा गया। यही नहीं, अपनी शानदार आर्टिस्टिक योग प्रस्तुति से उन्होंने ‘बेस्ट योग परफॉर्मेंस अवॉर्ड’ भी अपने नाम किया।

उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त
हर्षिका इससे पहले भी दिल्ली में ‘योग रत्न’ सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं। अब तक वे राष्ट्रीय स्तर पर 30 से अधिक मेडल और ट्रॉफी जीत चुकी हैं, जिनमें 15 गोल्ड मेडल शामिल हैं। केवल 8 साल की उम्र में वे 6 बार नेशनल लेवल पर परफॉर्म कर चुकी हैं।
उनकी उपलब्धियों में इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, स्वर्ण भारत सम्मान, और योगासन खेल रत्न सम्मान जैसे बड़े पुरस्कार शामिल हैं।
परिवार और विद्यालय की खुशी
देहरादून में हुए कार्यक्रम में हर्षिका ने अपने परफॉर्मेंस से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस उपलब्धि पर उनके पिता भुवन रिखाड़ी को भी सम्मानित किया गया। परिवार और स्कूल प्रशासन ने हर्षिका की सफलता पर गर्व जताया है।
पढ़ाई में भी अव्वल
हल्द्वानी रामपुर रोड देवलचौड़ निवासी हर्षिका, जस गोविन पब्लिक स्कूल की कक्षा 4 की छात्रा हैं। वे न सिर्फ योग, बल्कि जिम्नास्टिक में भी लगातार मेहनत कर रही हैं। छोटी सी उम्र में योग के क्षेत्र में जो पहचान उन्होंने बनाई है, उससे वे उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत की शान बन गई हैं।