उपनल मुख्यालय पर मंत्री गणेश जोशी का औचक निरीक्षण, कर्मचारियों में मची हलचल – जानिए क्या रही वजह
उत्तराखंड के उपनल कार्यालय (Uttarakhand Purva Sainik Kalyan Nigam Limited – UPNAL) में मिल रही शिकायतों के मद्देनज़र सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को मुख्यालय में औचक निरीक्षण किया। मंत्री के अचानक पहुंचने से कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कर्मचारियों की उपस्थिति, कार्यप्रणाली और फाइल प्रबंधन प्रणाली का गहनता से अवलोकन किया।
सेवाओं की पारदर्शिता पर मंत्री का ज़ोर
निरीक्षण के दौरान गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपनल से जुड़ा हर कार्य समयबद्ध, पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि उपनल का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को रोजगार से जोड़ना है, जिसे ईमानदारी से लागू किया जाना चाहिए।
मंत्री ने शिकायत निवारण प्रणाली और सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर भी अधिकारियों से विस्तार में जानकारी ली। उन्होंने चेताया कि कार्यालय में आने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फाइलों और रिकॉर्ड्स की समीक्षा
गणेश जोशी ने निरीक्षण के दौरान कई फाइलों और अभिलेखों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि कार्य प्रक्रियाओं को अधिक सरल, सुगम और प्रभावी बनाया जाए, ताकि बेवजह की देरी और जटिलता से बचा जा सके।
हैंडलूम स्टोर और वीर नारियों के उत्पादों का भी लिया जायज़ा
निरीक्षण के दौरान मंत्री जोशी ने उपनल कार्यालय के पास स्थित हैंडलूम स्टोर का भी दौरा किया। यहां उन्होंने वीर नारियों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों का अवलोकन किया और उनके कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि वीर नारियों के स्वावलंबन की दिशा में ऐसे प्रयास प्रेरणादायक हैं।
पूर्व सैनिकों के पुनर्वास में उपनल की अहम भूमिका
गणेश जोशी ने अपने बयान में कहा कि उपनल की भूमिका पूर्व सैनिकों के पुनर्वास में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए यह संस्था पूरी निष्ठा, पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करे। उन्होंने संकेत दिए कि भविष्य में इस प्रकार के निरीक्षण और भी बढ़ाए जा सकते हैं, ताकि सेवाओं की गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।