उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव बनीं राधा रतूड़ी, जानें उनकी खास बातें
उत्तराखंड को पहली महिला मुख्य सचिव मिल गई। 1988 बैच की आइएएस अधिकारी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी राज्य की नई मुख्य सचिव होंगी। वह मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु का स्थान लेंगी। बता दें कि, मुख्य सचिव संधु का कार्यकाल बुधवार 31 जनवरी को समाप्त हो रहा है..
राधा रतूड़ी साल 1988 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं और एक ईमानदार और सख्त अफसर मानी जाती हैं. वो अब मुख्य सचिव सुखबीर सिंह सन्धु की जगह लेंगी जिनका बुधवार को कार्यकाल ख़त्म हो रहा है. राधा रतूड़ी के कार्यभार संभालने के बाद वो प्रदेश के इस शीर्ष पद पर पहुँचने वाली पहली महिला अधिकारी होंगी…
उत्तराखंड राज्य का अस्तित्व नवंबर 2000 में आया था. तब से आज तक इस पद पर कोई महिला अधिकारी इस शीर्ष प्रशासनिक पद पर नहीं पहुंच पाई हैं. ये ज़िम्मेदारी सँभालने वाली वो पहली महिला अधिकारी होंगी. अपने लंबे प्रशासनिक करियर के दौरान रतूड़ी ने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं. इन दिनों वो अतिरिक्त मुख्य सचिव का प्रभार संभाल रही हैं और सीएम धामी के पसंदीदा अफ़सरों में आतीं हैं.
आपको बता दें कि राधा रतूड़ी देहरादून, टिहरी जैसे ज़िलों के ज़िलाधिकारी का पद भी सँभाल चुकी हैं. उत्तराखंड राज्य के शीर्षस्थ पद पर पहली महिला अधिकारी होने के साथ-साथ राज्य के इतिहास में ऐसा भी पहली बार हुआ है जब पति—पत्नी दोनों शीर्ष पदों तक पहुंचे हों. आपको बता दें कि उनके पति अनिल रतूड़ी भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं जो प्रदेश में पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी सँभालने के बाद नवंबर 2020 को सेवानिवृत्त हुए हैं.
आईएएस रतूड़ी मुख्यमंत्री धामी की पसंदीदा अफसरों में से.. है ओर धामी सरकार को पहली महिला मुख्य सचिव बनाने का श्रेय पूरा-पूरा जाता है . इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री धामी का ये फैसला अहम माना जा रहा है.. और हर कोई मुख्यमंत्री धामी के इआ फैसले की जमकर तारीफ भी कर रहा है