अतिक्रमण पर सख्त वन विभाग: इंडस्ट्रियल एरिया के पास बनी मजार को नोटिस, 15 दिन में मांगा जवाब
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में अवैध अतिक्रमण और धार्मिक संरचनाओं पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी क्रम में हरिद्वार के ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में राजाजी टाइगर रिजर्व की भूमि पर बनी एक मजार को वन विभाग ने नोटिस जारी किया है। मजार प्रबंधन को 15 दिन के भीतर अपने दावे के समर्थन में वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
पहले भी दिया जा चुका है नोटिस
राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन के अनुसार, यह मजार मायापुर बीट और झाबरी स्रोत की सीमा पर बनी है, जो रिजर्व क्षेत्र की आरक्षित भूमि है। इस तरह की धार्मिक संरचना वन अधिनियम के तहत अवैध मानी जाती है। विभाग ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि तय समय में दस्तावेज जमा नहीं किए गए, तो मजार को बुलडोजर से हटाया जाएगा।
मजार प्रबंधन का दावा—पुरानी है मजार
मजार के खादिम सैफुद्दीन ने आरोप लगाया कि उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह मजार अंग्रेजों के जमाने की है और पहले भी प्रशासन को नोटिस का उत्तर दिया जा चुका है। फिलहाल ताज़ा नोटिस के बाद प्रबंधन अपना जवाब तैयार कर रहा है।
वन विभाग का रुख—अतिक्रमण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं
राजाजी टाइगर रिजर्व के वार्डन अजय लिंगवाल ने कहा कि नोटिस जारी किया गया है और अब विभाग जवाब का इंतजार कर रहा है। उन्होंने साफ कहा कि रिजर्व क्षेत्र में किसी भी तरह का अतिक्रमण स्वीकार नहीं किया जाएगा और सभी अवैध संरचनाओं के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
पहले भी की गई हैं कई बड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद हरिद्वार जिले में अवैध धार्मिक संरचनाओं के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है।
- हाल ही में भगवानपुर ब्लॉक में सरकारी भूमि पर बनी एक अवैध मजार को हटाया गया।
- उससे पहले बहादराबाद क्षेत्र में तीन अवैध मजारों को ध्वस्त किया गया था।
इन सभी मामलों में प्रशासन ने पहले नोटिस जारी किया था और जवाब न मिलने पर विध्वंस की कार्रवाई की गई।

