देहरादून में EV चार्जिंग स्टेशन तो बने, लेकिन सुविधा से अब भी दूर हैं लोग
देहरादून
इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बढ़ावा देने की दिशा में देहरादून में सात चार्जिंग स्टेशन तो स्थापित कर दिए गए हैं, लेकिन अधिकांश स्टेशन तकनीकी और प्रशासनिक बाधाओं के चलते उपयोग में नहीं आ पा रहे हैं। कहीं बिजली कनेक्शन का इंतजार है, तो कहीं लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं है।
नगर निगम देहरादून ने घंटाघर, मसूरी डायवर्जन, परेड ग्राउंड, गांधी पार्क, IT पार्क और सहस्त्रधारा रोड हेलीपैड के पास EV चार्जिंग स्टेशन तैयार किए हैं। मगर, महाराणा प्रताप चौक स्थित स्टेशन अब तक बिजली कनेक्शन के अभाव में चालू नहीं हो सका है।
तीन और स्टेशन प्रस्तावित, लेकिन अनुमति लंबित
बल्लीवाला, ISBT और अजबपुर फ्लाईओवर के पास भी EV चार्जिंग स्टेशन प्रस्तावित हैं, परंतु नेशनल हाईवे अथॉरिटी से अनुमति न मिलने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया।
लोगों को जानकारी का अभाव
चार्जिंग स्टेशनों का उपयोग बेहद सीमित है। अनुबंधित कंपनी के अनुसार, लोगों को स्टेशन की लोकेशन और उपयोग की प्रक्रिया की जानकारी नहीं है, जिससे सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
टू-व्हीलर के लिए नहीं है चार्जर
फोर व्हीलर के लिए स्टेशन पर चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन टू-व्हीलर मालिकों को अपना चार्जर साथ लाना पड़ता है क्योंकि विभिन्न ब्रांड्स के टू-व्हीलर के चार्जर अलग-अलग होते हैं।
नगर निगम को नहीं मिला कोई राजस्व
अनुबंध के मुताबिक, कंपनी को चार्जिंग शुल्क का 25% और विज्ञापन शुल्क नगर निगम को देना था, लेकिन अब तक निगम को एक भी रुपया नहीं मिला है। कंपनी का कहना है कि नगर निगम ने खाता विवरण उपलब्ध नहीं कराया।
नगर निगम ने दी सख्त चेतावनी
नगर निगम के उप आयुक्त गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि नियमानुसार तय राशि निगम के खाते में जमा करे और सभी रिचार्ज स्टेशनों का निरीक्षण करे। साथ ही, महाराणा प्रताप चौक पर जल्द बिजली कनेक्शन लेकर चार्जिंग सुविधा शुरू करने के निर्देश भी दिए गए हैं।