Dehradun: पेपरलेस रजिस्ट्रियों के विरोध में वकीलों की हड़ताल
देहरादून: राज्य सरकार द्वारा रजिस्ट्रियों को पेपरलेस किए जाने के विरोध में वकीलों ने शनिवार को हड़ताल कर दी। अचानक शुरू हुई इस हड़ताल के चलते न्यायालयों में रजिस्ट्री से संबंधित सभी कार्य ठप हो गए, जिससे आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वकीलों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
शनिवार सुबह 11:30 बजे तक कचहरी में सामान्य रूप से कामकाज चल रहा था, लेकिन इसके बाद वकीलों ने बार एसोसिएशन के निर्देश पर एकाएक काम बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए। रजिस्ट्री कराने आए लोगों को बिना काम कराए वापस लौटना पड़ा। न तो स्टाम्प मिल सके और न ही रजिस्ट्रियां हो पाईं।
बार एसोसिएशन देहरादून के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने कहा कि पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के तहत जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्रों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया था और अब रजिस्ट्रियों को पेपरलेस किया जा रहा है, जो सीधे तौर पर वकीलों, स्टाम्प वेंडर्स और राइटर्स की आजीविका पर हमला है।
उन्होंने यह भी आशंका जताई कि ऑनलाइन पंजीकरण से फर्जीवाड़ा बढ़ सकता है। उनका कहना था कि सरकार वकीलों से काम छीनने की कोशिश कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बार एसोसिएशन ने चेताया है कि यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया, तो वकीलों का आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।