देहरादून में सोशल मीडिया पर भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ एमडीडीए की अनूठी पहल
आज के दौर में सोशल मीडिया आम लोगों तक पहुंचने का एक प्रभावी माध्यम बन चुका है। हालांकि, इसका एक नकारात्मक पहलू यह है कि इसमें कोई संपादक नहीं होता जो खबरों या जानकारी की सत्यता और संतुलन की जांच कर सके। इस कमी का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व अपने निहित स्वार्थों के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग करते हैं। देहरादून में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है, जहां जमीन और संपत्ति से संबंधित ठगी के मामले बढ़ रहे हैं, जिसके चलते लोग अपनी जीवन भर की मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने एक अनूठी पहल शुरू की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए छह सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अवैध प्लॉटिंग, फ्लैट्स की बिक्री, अतिक्रमण, और कंपाउंडिंग से संबंधित भ्रामक खबरों या विज्ञापनों पर निगरानी रखेगी।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर प्लॉटिंग, ले-आउट पास कराने, और फ्लैट्स की बिक्री को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। इस छह सदस्यीय टीम का काम ऐसी झूठी और भ्रामक जानकारियों को ट्रैक करना होगा। साथ ही, एमडीडीए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए सटीक और पुख्ता जानकारी साझा करेगा ताकि आम जनता भ्रमित न हो।
तिवारी ने चेतावनी दी कि एमडीडीए के नाम पर भ्रामक खबरें या विज्ञापन फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम जनता को ठगी से बचाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।