देहरादून में नदियों का विकराल रूप, सड़कें बह गईं, हरिद्वार हाईवे ध्वस्त
उत्तराखंड में देर रात से जारी भारी बारिश ने पूरे प्रदेश में तबाही मचा दी है। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और मसूरी जैसे बड़े शहरों में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। लगातार हो रही बारिश से नदियाँ उफान पर हैं और कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
हाईवे और सड़कें डूबीं, जगह-जगह दरारें
देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-72) का बड़ा हिस्सा डोईवाला और नेपाल फार्म के बीच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। फन फैली के पास हाईवे धंस गया और तेज बहाव के कारण सड़क का बड़ा टुकड़ा नदी में समा गया। पुलिस-प्रशासन ने एहतियातन ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है।
मसूरी-देहरादून मार्ग भी कई जगहों पर बंद हो गया है। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे और दरारें पड़ने से लोगों में दहशत फैल गई है। मसूरी के हालात काफी खराब बताए जा रहे हैं और कई स्थानों पर आवाजाही ठप है।
रिस्पना नदी का कहर
देहरादून की रिस्पना नदी ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई। नदी के किनारे बना एक मकान पूरी तरह बह गया।
- नदी किनारे स्थित ऑटो सर्विस सेंटर में खड़ी चार मोटरसाइकिलें और गैस सिलेंडर तेज धारा में बह गए।
- मछली की दुकान और आस-पास की कई छोटी दुकानें नदी की धारा में समा गईं।
- ऊर्जा निगम का ट्रांसफॉर्मर भी गिर गया, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
सहस्त्रधारा रोड को डीएल रोड से जोड़ने वाले ऋषि नगर पुल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पुल के पास का हिस्सा बह गया, जिसके चलते पुलिस ने यातायात पूरी तरह रोक दिया है।
मुख्यमंत्री धामी का ग्राउंड जीरो दौरा
देहरादून में हालात गंभीर होते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने प्रभावित इलाकों का दौरा कर अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह का आश्वासन
मुख्यमंत्री धामी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी ली। दोनों नेताओं ने उत्तराखंड को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है।
सबसे प्रभावित क्षेत्र
- देहरादून का मालदेवता क्षेत्र
- सहस्त्रधारा इलाका
- मसूरी-देहरादून मार्ग
- डोईवाला और नेपाल फार्म के बीच का हिस्सा
इन जगहों पर नदी और नालों के उफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी भी मौत या लापता व्यक्ति की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।