देहरादून: नवोदय विद्यालय की परीक्षा में सामूहिक नकल और फर्जी अभ्यर्थियों का भंडाफोड़, 17 Bluetooth डिवाइस बरामद
देहरादून
नवोदय विद्यालय में नॉन-टीचिंग स्टाफ की भर्ती परीक्षा में सामूहिक नकल और फर्जी अभ्यर्थियों का मामला सामने आया है। रविवार को देहरादून के तीन परीक्षा केंद्रों पर पुलिस ने 17 अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते हुए पकड़ा। इसके अलावा एक युवक को दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
देहरादून के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में इस संबंध में अब तक कुल आठ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पकड़े गए अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा रही है ताकि सॉल्वर गैंग के पीछे की पूरी साजिश का खुलासा हो सके। पुलिस के अनुसार यह गैंग देहरादून के बाहर से संचालित हो रहा है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़े गए नकलची
रविवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित परीक्षा के दौरान देहरादून के तीन केंद्र—सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल पटेलनगर, दून इंटरनेशनल स्कूल डालनवाला, और केंद्रीय विद्यालय एफआरआई—से 17 परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
फर्जी अभ्यर्थी मुनाभाई भी गिरफ्तार
केंद्रीय विद्यालय एफआरआई परीक्षा केंद्र पर एक युवक को दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। आरोपी की पहचान फिरोजाबाद निवासी शीचंद के रूप में हुई, जो सौरभ सिंह के नाम पर परीक्षा दे रहा था। दोनों एक कोचिंग सेंटर के माध्यम से जुड़े थे और पैसे के बदले यह फर्जीवाड़ा किया गया था।
जांच के बाद बड़ा खुलासा
एक युवक के पास से छोटी सी डिवाइस मिलने के बाद सभी आठ परीक्षा केंद्रों पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिससे अन्य गिरफ्तारियां भी हुईं। विशेष रूप से दून इंटरनेशनल स्कूल से नौ अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, इन अभ्यर्थियों से उनके सॉलवर और गैंग से जुड़ी जानकारी हासिल की जा रही है।
पुलिस अब इन डिवाइसेज की तकनीकी जांच कर रही है, जबकि उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है। एफआरआई केंद्र से पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी (मुनाभाई) से भी पूछताछ जारी है।