40 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति पर एक लाख रुपये देगी सरकार, बनाया जा रहा प्रस्ताव
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति पर वर्तमान में 30,000 रुपये दिए जाते हैं, जिसे बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने पर विचार किया जा रहा है। यह खबर प्रदेश की 40,000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए राहतकारी है। उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा और सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त 1 लाख रुपये देने की योजना बनाई जा रही है। विभाग इस प्रस्ताव को तैयार कर रहा है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या के अनुसार, सेवानिवृत्ति पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले 30,000 रुपये की राशि को 1 लाख रुपये करने पर विचार हो रहा है। प्रदेश में 20,000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 20,000 सहायिकाएं हैं, जो लंबे समय से पेंशन और अन्य सुविधाओं की मांग कर रही हैं।

विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को ईएसआई (कर्मचारी राज्य बीमा) के तहत लाने की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक कर संबंधित विभाग बाल विकास और महिला कल्याण से संबंधित योजनाओं की रूपरेखा तैयार करें। सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ईएसआई के तहत लाने के लिए उन्हें कुछ अंशदान देना होगा, और संबंधित विभाग को इसके लिए बजट की व्यवस्था करनी होगी। इस विषय पर श्रम सचिव रहते एक बैठक हो चुकी है।
ईएसआई के तहत आने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ईएसआई अस्पतालों, संबद्ध अस्पतालों या अन्य अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिल सकेगी। हालांकि, विभाग का कहना है कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को अटल आयुष्मान योजना का लाभ भी मिल रहा है।

प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कई अन्य काम भी लिए जाते हैं, जैसे कि मतदाता सूची का सत्यापन। यदि न्यूनतम अंशदान से उन्हें सुविधाएं दी जाती हैं, तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसके लिए तैयार हैं। मुफ्त इलाज की सुविधा के लिए सरकार कुछ प्रीमियम का भुगतान करेगी और न्यूनतम प्रीमियम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लिया जाएगा। इसके लिए पहले उनकी सहमति ली जाएगी।