बिहार में NDA की जीत के बाद बंगाल पर भी फोकस, अजय भट्ट बोले— “परिवर्तन अब बेहद जरूरी”
नैनीताल जिले के रामनगर में एक निजी स्कूल के वार्षिक समारोह में शामिल हुए नैनीताल–उधम सिंह नगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने बिहार चुनाव नतीजों, विपक्ष की रणनीति और कांग्रेस की आंतरिक कलह पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
मीडिया से बातचीत के दौरान अजय भट्ट ने कहा कि बिहार में आए परिणाम सत्य की असत्य पर जीत हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष ने चुनावों में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, उसे जनता ने नकार दिया है।
भट्ट ने कहा कि लंबे समय तक बिहार में ‘अत्याचार और जंगलराज’ जैसी स्थिति बनी रही, जिसे जनता ने इस चुनाव में पूरी तरह समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि कभी ऐसा समय था जब शाम 5 बजे के बाद लोग घर से निकलने से डरते थे, स्टेशन पर उतरना सुरक्षित नहीं था और महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति बेहद खराब थी।
अजय भट्ट ने कहा, “लोगों को रास्ते में रोककर पूछा जाता था कि कितना पैसा है, कितने वोट दोगे — यह लोकतंत्र नहीं था, यह जंगलराज था।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अब राज्य में शांति, सुरक्षा और विकास को नई दिशा मिली है।
पश्चिम बंगाल पर भी साधा निशाना
अजय भट्ट ने पश्चिम बंगाल का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भी पिछले वर्षों में हालात बिहार जैसे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब बंगाल में भी परिवर्तन जरूरी हो गया है और जनता बदलाव के लिए तैयार है।
कांग्रेस में बढ़ती कलह पर टिप्पणी
कांग्रेस में नए दलों के गठन और बढ़ती आंतरिक लड़ाई पर भट्ट ने कहा कि यह कोई नया घटनाक्रम नहीं है।
उनके अनुसार, “कांग्रेस में ‘अकेले चलो’ की राजनीति हमेशा से रही है। कुछ परिवारों का संगठन पर कब्जा रहा है, इसी कारण पार्टी आज कई हिस्सों में टूट रही है।”

