उत्तराखंड में फिर डोली धरती, थराली और बागेश्वर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोग घरों से बाहर निकले
उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रविवार दोपहर थराली और बागेश्वर की सीमा से लगे इलाकों में अचानक धरती हिल गई. झटके महसूस होते ही लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. राहत की बात यह है कि फिलहाल किसी तरह के नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
📍 बागेश्वर था भूकंप का केंद्र
जानकारी के अनुसार, 9 नवंबर (रविवार) को दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर थराली और आसपास के क्षेत्रों में कंपन महसूस हुआ. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 3.6 मैग्नीट्यूड रिकॉर्ड की गई, जबकि इसका केंद्र बागेश्वर जिला बताया गया. भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई में आया था.
🏠 लोग दहशत में घरों से निकले बाहर
अचानक आए झटकों के कारण लोग अपने घरों और दुकानों से निकलकर खुले मैदानों की ओर दौड़ पड़े. कई इलाकों में लोगों ने एक-दूसरे को फोन कर कुशलक्षेम पूछी. ग्वालदम और आसपास के क्षेत्रों में झटके ज्यादा महसूस किए गए.
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया,
“भूकंप का केंद्र बिंदु बागेश्वर जिले में था. ग्वालदम क्षेत्र में झटके अधिक महसूस किए गए, हालांकि किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है.”
⚠️ संवेदनशील जोन में आता है उत्तराखंड
विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तराखंड भूकंपीय जोन-4 और जोन-5 में आता है, जो अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र हैं. यही कारण है कि राज्य में समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं.
🌍 क्यों आते हैं भूकंप?
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान, देहरादून के भू-विज्ञानी डॉ. नरेश कुमार बताते हैं कि,
“हिमालयी क्षेत्र में इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच लगातार घर्षण हो रहा है. इंडियन प्लेट उत्तर दिशा की ओर बढ़ रही है जबकि यूरेशियन प्लेट दक्षिण की ओर जा रही है. इस घर्षण से ऊर्जा (Energy) का दबाव बनता है. जब यह दबाव बहुत बढ़ जाता है, तो चट्टानें टूट जाती हैं और ऊर्जा बाहर निकलती है — यही ऊर्जा भूकंप के रूप में महसूस होती है.”
🧭 लोग अभी भी सहमे हुए
थराली क्षेत्र पहले भी आपदाओं की मार झेल चुका है, जिससे लोग पहले से ही डरे हुए हैं. रविवार को आए झटकों ने उस डर को फिर ताजा कर दिया. हालांकि प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है और लोगों से शांत रहने की अपील की है.

