उत्तराखंड को मिली बड़ी उपलब्धि — उधम सिंह नगर के डीएम नितिन भदौरिया को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है कि उधम सिंह नगर जिले ने देशभर में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) कार्यक्रम में जिले ने पूरे भारत में चौथा स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में आयोजित समारोह में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया को सम्मानित किया।
जिलाधिकारी ने इस सफलता का श्रेय जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत को दिया। उन्होंने कहा कि “यह सम्मान टीम भावना और समर्पण का परिणाम है।”
क्या है पीएम जनमन कार्यक्रम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2023 को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर पीएम जनमन कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य देश के कमजोर जनजातीय समूहों को मुख्यधारा से जोड़ना और उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम के तहत देशभर के 75 जनजातीय जिलों के लगभग 75 समुदायों के 28 लाख से अधिक लोगों को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
इस योजना में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छ पेयजल, बिजली, सड़क, मोबाइल नेटवर्क, आवास और रोजगार जैसे क्षेत्रों में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। लगभग ₹24,000 करोड़ के बजट से यह योजना तीन वर्षों में पूरी की जाएगी।
उत्तराखंड में जनजातीय समुदायों को मिलेगा लाभ
उत्तराखंड में भोटिया, थारू, जौनसारी और रजि जैसे जनजातीय समुदाय रहते हैं, जो सीमांत और दुर्गम क्षेत्रों में बसते हैं। पीएम जनमन योजना के तहत इन क्षेत्रों में सड़क संपर्क, स्कूलों का उन्नयन, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना और स्वरोजगार के नए अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं।
उधम सिंह नगर बना मिसाल
उधम सिंह नगर में पीएम जनमन योजना के अंतर्गत 43 जनजातीय गांव और 99 तोक शामिल हैं, जिनकी कुल जनसंख्या 40,881 है। इनमें से 6886 परिवार विशेष रूप से कमजोर वर्ग में आते हैं, जबकि 824 परिवार आवासविहीन हैं।
इनमें से कई परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर स्वीकृत किए गए हैं। पहले चरण में 97 परिवारों को पहली किस्त जारी की जा चुकी है।
इसके अलावा, गदरपुर के कुल्हा गांव में जनजातीय बच्चों के लिए 100 बेड का छात्रावास बनाया जा रहा है, जिसकी लागत ₹2.75 करोड़ है। वहीं, बाजपुर और गदरपुर में कई आंगनबाड़ी केंद्र और बहुउद्देश्यीय भवन भी निर्माणाधीन हैं।
जनजातीय विकास की दिशा में एक मजबूत कदम
इस सम्मान के साथ उत्तराखंड ने एक बार फिर साबित किया है कि राज्य जनजातीय समुदायों के समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। उधम सिंह नगर की यह उपलब्धि आने वाले समय में अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगी।