एमडीडीए ने ऋषिकेश में बिना स्वीकृति के बहुमंजिला निर्माणों पर की सख्त कार्रवाई, 10 स्थानों पर सीलिंग
देहरादून: मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने देहरादून के सुनियोजित विकास और भवन निर्माण मानकों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 को अपनी सख्त नीति को तेजी से लागू किया। इस क्रम में प्राधिकरण ने ऋषिकेश क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अभियान चलाते हुए बिना अनुमति के बनाए गए बहुमंजिला व्यावसायिक व आवासीय निर्माणों पर कार्रवाई की। इन अवैध निर्माणों को नियमानुसार सील कर दिया गया, जो शहर में अवैध निर्माण की बढ़ती प्रवृत्ति पर नियंत्रण और नियोजित विकास की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।
कार्रवाई के विवरण
एमडीडीए की संयुक्त प्रवर्तन टीम ने पुलिस बल की मदद से विभिन्न स्थानों पर अवैध निर्माणों को चिन्हित कर सीलिंग की। इसमें तुलसी देवी (विपरीत पोस्ट ऑफिस, बनखंडी, ऋषिकेश), हरजीत सिंह (साईं विहार कॉलोनी, निकट सब्जी मंडी), जयराम सेमवाल (आमबाग लेन नं. 01, विस्थापित, विपरीत THDC कार्यालय), लालमणी भट्ट (आमबाग लेन नं. 01, विस्थापित), रवी गुप्ता (आमबाग लेन नं. 02, विस्थापित), विक्रम सिंह बिष्ट (आमबाग लेन नं. 02, विस्थापित), प्रमोद सेमवाल (आमबाग लेन नं. 02, विस्थापित), जय चौहान (निर्मल बाग लेन नं. 10, ब्लॉक-‘बी’, विस्थापित), सगुन शर्मा (निर्मल बाग लेन नं. 11, ब्लॉक-‘बी’, विस्थापित) और प्रमोद चौहान (विपरीत गंगा फार्मेसी, निकट इंडियन ऑयल पंप, स्यामपुर, ऋषिकेश) के निर्माण शामिल हैं। इस दौरान स्थानीय पुलिस बल ने टीम का पूरा सहयोग किया।
प्राधिकरण की प्रतिबद्धता
एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने कहा, “प्राधिकरण क्षेत्र में बिना अनुमति के कोई भी निर्माण बर्दाश्त नहीं होगा। हम जनता से अपील करते हैं कि भवन निर्माण से पहले एमडीडीए से अनुमति लें। अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सतत कार्रवाई जारी रहेगी।” वहीं, उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने जोर देकर कहा, “ऋषिकेश समेत पूरे क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान कर कार्रवाई का सिलसिला जारी रहेगा। प्राधिकरण शहर के सुरक्षित और नियोजित विकास के लिए पूरी तरह समर्पित है। भविष्य में भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
यह अभियान देहरादून को एक व्यवस्थित और आधुनिक शहर बनाने की दिशा में प्राधिकरण की गंभीरता को दर्शाता है।