देहरादून: आपदा समीक्षा के दौरान कैबिनेट मंत्री और डीएम आमने-सामने, वीडियो वायरल
उत्तराखंड में आपदा के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी तक लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं। इसी बीच देहरादून से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने सियासत को गरमा दिया है। इस वीडियो में धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, जिलाधिकारी सविन बंसल पर भड़कते हुए नजर आ रहे हैं।
मंत्री का गुस्सा और डीएम की चुप्पी
घटना 16 सितंबर की है। देहरादून और आसपास के इलाकों में आई भीषण बाढ़ के बाद सभी मंत्री और अधिकारी ग्राउंड जीरो पर सक्रिय थे। दौरे के दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की मुलाकात अचानक डीएम सविन बंसल से हो गई। इस दौरान मंत्री ने डीएम को देखते ही कहा – “रंग-ढंग ठीक कर लो अपना।”
डीएम ने इसका कारण पूछा तो मंत्री ने कहा कि, “रात को मुख्य सचिव ने फोन उठाया, गढ़वाल कमिश्नर ने फोन उठाया, एसडीएम ने फोन उठाया, लेकिन जब मैंने मुख्यमंत्री को फोन किया तो उसी वक्त आप साहब ने फोन उठाया।” यह सुनकर डीएम ने हाथ जोड़कर मंत्री को नमस्ते किया और बिना कुछ कहे वहां से निकल गए।
मंत्री मीडिया से बचते रहे
जब इस पूरे मामले पर मीडिया ने मंत्री गणेश जोशी से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कोई बयान दिए बिना ही आगे बढ़ना उचित समझा। बता दें कि गणेश जोशी धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और मसूरी से चार बार विधायक रह चुके हैं।
कांग्रेस का पलटवार
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए। प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि, “आपदा के समय जिलाधिकारी को जनता की देखभाल करनी चाहिए या नेताओं के फोन उठाने चाहिए? मंत्री द्वारा इस तरह की भाषा का प्रयोग करना दुर्भाग्यपूर्ण है।” कांग्रेस का आरोप है कि सत्ता पक्ष के नेता लगातार अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि यदि इस तरह का रवैया जारी रहा तो आपदा प्रबंधन जैसी गंभीर जिम्मेदारी प्रभावित होगी।
उत्तराखंड में नया नहीं है विवाद
यह पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड में नेताओं और अधिकारियों के बीच टकराव सामने आया हो। पहले भी कई बार नेताओं द्वारा अधिकारियों को फटकारने और दबाव डालने की घटनाएँ हो चुकी हैं। कांग्रेस का कहना है कि इससे जनता को राहत देने का काम प्रभावित होता है और अधिकारी उलझनों में फंस जाते हैं।
पौड़ी में भी टकराव
इसी बीच पौड़ी गढ़वाल से भी प्रशासनिक टकराव की खबर आई। वहां की डीएम स्वाति भदौरिया ने श्रीनगर क्षेत्र की खराब सड़कों पर जिम्मेदारी तय करते हुए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। उनका कहना था कि लगातार निर्देशों के बावजूद विभाग ने सड़कों की मरम्मत नहीं की, जिससे भारी बारिश में सड़क पूरी तरह बह गई।
इस कार्रवाई के बाद पीडब्ल्यूडी अधिकारी और कर्मचारी डीएम के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए। इससे साफ है कि आपदा के समय केवल प्राकृतिक चुनौती ही नहीं, बल्कि प्रशासन और नेताओं के बीच खींचतान भी राज्य के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर रही है।