मसूरी में पर्यटकों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, पर्यटन कारोबारियों ने जताया विरोध – MUSSOORIE TOURIST REGISTRATION
मसूरी (उत्तराखंड): पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले मसूरी में आने वाले पर्यटकों को अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। यह कदम उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा भीड़ नियंत्रण और पर्यटकों की सटीक संख्या के आकलन के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस फैसले का स्थानीय पर्यटन कारोबारियों और नेताओं ने जोरदार विरोध किया है।
भ्रम की स्थिति में पर्यटक, नाराज़ व्यापारी
नए नियम के मुताबिक, पर्यटकों को यात्रा से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होगा। लेकिन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को लेकर ना सिर्फ पर्यटक भ्रमित हैं, बल्कि होटल व्यवसायियों को भी डर है कि इससे पर्यटन पर सीधा असर पड़ेगा।
स्थानीय व्यापारी और होटल कारोबारी मानते हैं कि मसूरी में वीकेंड और छुट्टियों पर आने वाले सैलानी अचानक यात्रा की योजना बनाते हैं, ऐसे में रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता उनकी संख्या को घटा सकती है।
महिला कांग्रेस की चेतावनी – “सड़क पर उतरेंगे”
मसूरी महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर कौर ने इस निर्णय को “अव्यवहारिक” बताते हुए चेतावनी दी कि यदि सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
“यह नीति व्यवहारिक धरातल पर सफल नहीं हो पाएगी। न सभी के पास इंटरनेट है, न हर पर्यटक तकनीकी रूप से सक्षम। सरकार खुद पर्यटन सुविधाएं नहीं दे पा रही और ऊपर से यह बोझ डाल रही है।”
– जसबीर कौर, अध्यक्ष, मसूरी महिला कांग्रेस
मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन का सुझाव
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव जगजीत कुकरेजा ने कहा कि सरकार को इस रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य की जगह वैकल्पिक बनाना चाहिए।
“रजिस्ट्रेशन को होटल/गेस्ट हाउस में चेक-इन के समय भी कराया जा सकता है। पहले इसे पायलट प्रोजेक्ट की तरह लागू कर फीडबैक लिया जाए और पर्यटकों को स्पष्ट जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।”
– जगजीत कुकरेजा, महासचिव, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन
सरकार का पक्ष और बीजेपी की राय
बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश सदस्य आर्यन देव उनियाल ने फैसले को सही दिशा में उठाया कदम बताया लेकिन इसकी लागू प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी स्वीकार की।
“यह फैसला जरूरी है, लेकिन इसे लागू करने में प्रशासन पारदर्शिता नहीं बरत पा रहा है, जिससे भ्रम फैल रहा है।”
– आर्यन देव उनियाल, प्रदेश सदस्य, बीजेपी युवा मोर्चा
पर्यटन विभाग की सफाई
उत्तराखंड पर्यटन विभाग का कहना है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से मसूरी की केयरिंग कैपेसिटी (Carrying Capacity) का आकलन किया जा सकेगा। साथ ही यह निर्णय पर्यावरणीय संतुलन, यातायात नियंत्रण और पार्किंग प्रबंधन के लिए जरूरी है।