प्रदेश की सबसे युवा ग्राम प्रधान बनीं प्रियंका नेगी, सीएम धामी ने फोन कर दी बधाई – GRAM PRADHAN PRIYANKA NEGI
उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025 में युवा नेतृत्व की चमक
उत्तराखंड के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार युवाओं को गांव की बागडोर सौंपी गई है। खासकर चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक स्थित आदर्श ग्राम सारकोट में एक नया इतिहास रचा गया है। यहां ग्रामीणों ने महज 21 वर्ष की प्रियंका नेगी को अपना ग्राम प्रधान चुना है, जो इस बार की सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बनी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन कर दी शुभकामनाएं
गौरतलब है कि आदर्श ग्राम सारकोट वह गांव है, जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोद लिया हुआ है। ग्राम प्रधान बनने के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं प्रियंका नेगी को फोन कर बधाई दी और कहा कि उन्हें सारकोट को उत्तराखंड का आदर्श मॉडल गांव बनाना है।
सीएम धामी ने प्रियंका को देहरादून आकर मुलाकात करने का निमंत्रण भी दिया और कहा कि राज्य सरकार गांव के विकास के लिए हरसंभव सहयोग देगी। साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य के सभी जिलों के CDO या प्रतिनिधि सारकोट का भ्रमण करेंगे, ताकि अन्य गांव भी इससे प्रेरणा ले सकें।
रोज़गार, स्वरोजगार और महिला सशक्तिकरण की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि गांव में जो कार्य बाकी हैं, उन्हें प्राथमिकता से पूरा किया जाए। विशेष रूप से रोज़गार, स्वरोजगार और महिलाओं के स्वावलंबन पर ज़ोर देने की बात कही।
सीएम का यह संदेश साफ था कि युवा नेतृत्व और मातृशक्ति को आगे लाकर ही गांवों का सर्वांगीण विकास संभव है।
प्रियंका नेगी: गांव की तीसरी पीढ़ी की प्रधान
प्रियंका के ग्राम प्रधान बनने से पहले उनके पिता दो बार ग्राम प्रधान रह चुके हैं। इस बार सीट महिला आरक्षित होने के कारण प्रियंका नेगी ने चुनाव लड़ने का फैसला लिया और ग्रामीणों ने भरपूर समर्थन देकर उन्हें विजयी बनाया।
उनका गांव सारकोट, विधानसभा भवन भराड़ीसैंण के नज़दीक स्थित है, और अब एक मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जा रहा है।
युवा नेतृत्व की मिसाल बन रहीं प्रियंका नेगी
प्रियंका का चयन यह दर्शाता है कि उत्तराखंड की ग्रामीण जनता अब नई सोच और युवा नेतृत्व में विश्वास जता रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत और युवाओं की क्षमता का प्रतीक है।